लंबे समय तक कमजोर प्रदर्शन के बाद लार्जकैप स्टॉक्स के अच्छे दिन लौटने वाले हैं। डीएसपी म्यूचुअल फंड ने अपनी नई रिपोर्ट में ऐसे 10 लार्जकैप स्टॉक्स के बारे में बताया है, जो एक बार फिर अट्रैक्टिव दिख रहे हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले कभी लार्जकैप स्टॉक्स ने इतना खराब प्रदर्शन नहीं किया था। यह देखा जा चुका है कि मार्केट के मुकाबले खराब प्रदर्शन के बाद लार्जकैप स्टॉक्स तेज रफ्तार से नए सफर की शुरुआत करते हैं।
अर्निंग्स बेस अब भी स्ट्रॉन्ग
लार्जकैप स्टॉक्स अपने नए सफर की शुरुआत ऐसे वक्त करने जा रहे हैं, जब नई कंपनियों की लिस्टिंग्स से इंडियन मार्केट का मार्केट कैपिटलाइजेशन काफी बढ़ा है। करीब दो-तिहाई शेयरों की लिस्टिंग ट्रेलिंग अर्निंग्स की 50 गुना से ज्यादा वैल्यूएशन पर हुई है। हालांकि ऐतिहासिक कीमतों से तुलना करने पर लार्जकैप स्टॉक्स बहुत सस्ते नहीं हैं, लेकिन उनका अर्निंग्स बेस अब भी स्ट्रॉन्ग है। इससे ये इनवेस्टर्स के लिए अट्रैक्टिव हो जाते हैं।
मार्केट कैपिटलाइजेशन में टॉप शेयरों की हिस्सेदारी लो लेवल पर
डीएसपी की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्केट के कुल कैपिटलाइजेशन में टॉप 50 और टॉप 10 शेयरों की हिस्सेदारी इतिहास में सबसे लो लेवल पर बनी हुई है। लार्जकैप स्टॉक्स के मुकाबले मिड और स्मॉल कैप्स शेयरों का बेहतर प्रदर्शन साइक्लिकल है। स्मॉल और मिडकैप्स स्टॉक्स मार्केट में रेली के दौरान ज्यादा रिटर्न देते हैं। लेकिन, बाजार में गिरावट आने पर उनमें ज्यादा कमजोरी आती है। पिछले पांच सालों में मिड और स्मॉल कैप्स ने ज्यादातर पीरियड में स्ट्रॉन्ग रिटर्न दिए है। हालांकि, पिछले कुछ महीनों में उनके प्रदर्शन पर असर पड़ा है, लेकिन अब तक बहुत ज्यादा गिरावट नहीं आई है।
लार्जकैप शेयरों की चाल बदलने के दिख रहे संकेत
पिछले कुछ दिनों में निफ्टी मिडस्मॉलकैप 400 और निफ्टी 100 का रेशियो 200-डे मूविंग एवरेज से नीचे चला गया है। यह बदलाव का संकेत है। यह गिरावट लार्जकैप शेयरों की चाल में बदलाव का संकेत है। 2024 की अंतिम तिमाही में उतारचढ़ाव के दौर की शुरुआत के बाद लार्जकैप स्टॉक्स को ज्यादा स्टेबल माना जा रहा है।
हाई-क्वालिटी स्टॉक्स में निवेश का सही समय
हालिया उतार-चढ़ाव पहले के मुकाबले नरम रहा है, लेकिन इसकी टाइमिंग और इनटेंसिटी अनिश्चित बनी हुई है। इसलिए डीएसपी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि नॉन-लार्जकैप स्टॉक्स में एग्रेसिव निवेश की जगह सुरक्षा को तरजीह देना ज्यादा जरूरी है। मार्केट के दूसरे एक्सपर्ट्स का भी कहना है कि बाजार में कमजोरी के बाद हाई क्वालिटी स्टॉक्स में यह निवेश का सही समय है।