Laxmi Dental IPO Listing: लक्ष्मी डेंटल के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई और 23% से अधिक प्रीमियम पर लिस्ट होने के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। इसके आईपीओ को भी निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 114 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 428.00 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 528.00 रुपये और NSE पर 542.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 23 फीसदी से अधिक लिस्टिंग गेन (Laxmi Dental Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह 583.70 रुपये (Laxmi Dental Share Price) पर पहुंच गया। दिन के आखिरी में यह बीएसई पर 550.65 रुपये पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 28.66 फीसदी मुनाफे में हैं।
Laxmi Dental IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
लक्ष्मी डेंटल का ₹698.06 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 13-15 जनवरी तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 114.14 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 110.38 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 147.69 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 75.1 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 138.00 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 2 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1,30,85,467 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं।
ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकाने, कुछ सब्सडियरीज में कर्ज चुकाने के लिए निवेश, नई मशीनरी की खरीदारी, सब्सिडियरी बिजडेंट डिवाइसेज को नई मशीनरी की खरीदारी के लिए देने, और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
वर्ष 2004 में बनी लक्ष्मी डेंटल कस्टम क्राउन और ब्रिजेज, क्लियर एलाइनर्स, थर्मोफॉर्मिंग शीट्स, पीडियाट्रिक डेंटल प्रोडक्ट्स इत्यादि बनाती है। यह डेंटल प्रोडक्ट्स की डिजाइन से लेकर मैनुफैक्चरिंग और डिस्ट्रीब्यूशन यानी पूरा प्रोसेस खुज ही हैंडल करती है। सितंबर 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसके छह मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं जिसमें से तीन मुंबई के मीरा रोड, दो वोइसर और एक कोचि में है। इसके साथ ही मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और अहमदाबाद में पांच सपोर्टिंग फैसिलिटीज हैं। सितंबर 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसके डेंटल नेटवर्क में देश के 320 शहरों में 22 हजार से अधिक क्लिनिक और डेंटिस्ट्स हैं। इसका कारोबार 90 से अधिक देशों में फैला हुआ है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 18.68 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में घटकर 4.16 करोड़ रुपये पर गया। इसके बाद अगले वित्त वर्ष 2024 में यह 25.23 करोड़ रुपये पर के शुद्ध मुनाफे में आ गई। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 18 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 195.26 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 22.74 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 117.9 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।