Laxmi India Finance IPO Listing: एनबीएफसी लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 1.86 गुना बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹158 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹136.00 और NSE पर ₹137.52 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि आईपीओ निवेशकों की पूंजी ही 13% से अधिक घट गई। लिस्टिंग के बाद शेयर ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह ₹146.70 (Laxmi India Finance Share Price) तक पहुंच गया। हालांकि फिर यह टूट गया और दिन के आखिरी में ₹134.00 पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 15.19% घाटे में हैं। आज इसका अपर सर्किट ₹165.02 पर था जोकि आईपीओ प्राइस से 4.44% अपसाइड है।
Laxmi India Finance IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस का ₹254.26 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 29-31 जुलाई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 1.86 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.30 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1.83 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 2.20 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 1.54 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹165.17 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹5 की फेस वैल्यू वाले 56,38,620 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹143.00 का इस्तेमाल कैपिटल बेस को बढ़ाने में होगा।
Laxmi India Finance के बारे में
वर्ष 1996 में बनी लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) है। यह एमएसएमई लोन, वेईकल लोन्स, कंस्ट्रक्शन लोन इत्यादि मुहैया कराती है। इसके 80% से अधिक एमएसएमई लोन प्रॉयोरिटी सेक्टर लेडिंग के तहत है। मार्च 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसका AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) ₹1277.02 करोड़ है जिसमें से 76.34% हिस्सेदारी एमएसएमई और 16.12% हिस्सेदारी वेईकल लोन की है। इसकी ब्रांचेज राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हैं जिसमें से सबसे अधिक राजस्थान में हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹15.97 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹22.47 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹36.01 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 376% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹248.04 करोड़ पर पहुंच गई। हालांकि इस दौरान कर्ज भी लगातार बढ़ा जोकि वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹615.49 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹766.68 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹1,137.06 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।