Kaytex Fabrics IPO Listing: हाई क्वालिटी के टेक्सटाइल बनाने वाली केटेक्स फैब्रिक्स के शेयरों की आज एनएसई एसएमई पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को निवेशकों का धांसू रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 42 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹180 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 144.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि आईपीओ निवेशकों की पूंजी ही 20% घट गई। लिस्टिंग के बाद शेयर ऊपर चढ़े। उछलकर यह ₹151.20 (Kaytex Fabrics Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और उठा-पटक के साथ इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 16% घाटे में हैं।
Kaytex Fabrics IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
केटेक्स फैब्रिक्स का ₹69.81 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 29-31 जुलाई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 42.70 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 31.16 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 43.19 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 47.85 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹57.59 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 6,79,200 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹2.56 करोड़ अमृतसर में अतिरिक्त वेयरहाउस फैसिलिटी बनाने, ₹3.73 करोड़ सेल्स ऑफिस बनाने, ₹5.01 करोड़ मौजूदा प्रिंटिंग, डाईंग और प्रोसेसिंग यूनिट के लिए एडवांस्ड फैब्रिक प्रोसेसिंग सिस्टम की खरीदारी, ₹30 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Kaytex Fabrics के बारे में
जनवरी 1996 में बनी केटेक्स फैब्रिक्स हाई क्वालिटी के टेक्सटाइल बनाती है। यह कॉटन, बिस्कोस और पॉलीएस्टर जैसे रेशों से कपड़े बनाती है। इसके प्रोडक्ट्स की बिक्री रसिया, केटेक्स और दरबार-ए-खास ब्रांड नाम से होती है। इसके प्रोडक्ट्स में डिजिटल प्रिंटेड फैब्रिक्स (Digital Printed Fabrics), जैकार्ड फैब्रिक्स (Jacquard Fabrics), कार्डरी फैब्रिक्स (Corduroy Fabrics), डॉबी फैब्रिक्स (Dobby Fabrics) और कपड़े बनाती है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹5.59 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹11.31 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹16.90 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 24% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹153.22 करोड़ पर पहुंच गई। हालांकि इस दौरान कंपनी पर कर्ज भी लगातार बढ़ा जोकि वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹27.01 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹35.51 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹38.15 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।