दिग्गज निवेशक रामदेव अग्रवाल का कहना है कि जब निवेश की बात आती है तो इस बात को ध्यान में रखें कि इंडेक्स फंड्स को कंपाउडिंग (चक्रवृद्धि ब्याज) की शक्ति का फायदा मिलता है और ये बाजार के सभी उतार-चढ़ावों का सामना करने में सक्षम होते हैं। ये बात उन्होंने 20 मार्च को मोतीलाल ओसवाल के पैसिव फंड कॉन्क्लेव में बोलते हुए कहीं।
अग्रवाल ने आगे कहा " बाजार में चाहे कितनी भी उथल-पुथल क्यों न हो, हर पांच साल में आपका पैसा दोगुना हो सकता है। समय के साथ,पैसिव इन्वेस्टमेंट, एक्टिव मैनेजरों से बेहतर प्रदर्शन करेगा और जो लोग इसके साथ बने रहेंगे, वे बिना किसी परेशानी के सबसे बड़े विजेता बनकर उभरेंगे।"
रामदेव अग्रवाल ने जोर देकर कहा कि सभी प्रकार के फंडों में फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए कंपाउंडिंग महत्वपूर्ण है। उन्होंने इसे एक सरल उदाहरण के जरिए समझाया "यदि आप 72 के नियम का इस्तेमाल करते हुए दस सालों में 15 फीसदी सालाना रिटर्न के साथ 1.5 लाख का निवेश करते हैं, तो यह पैसा हर पांच साल में दोगुना हो जाता है। दस साल में, यह दो बार दोगुना हो जाएगा। इस तरह 1.5 लाख रुपये 3 लाख रुपये हो जाते हैं, फिर 6 लाख रुपये हो जाते हैं"।
रामदेव अग्रवाल ने कंपाउंडिंग (चक्रवृद्धि ब्याज) की तुलना भविष्य के लिए पुल से की। उन्होंने बताया, "अगर आपको पता है कि कोई चीज चक्रवृद्धि ब्याज के जरिए कितनी तेजी से बढ़ रही है,तो आप उसके भविष्य के बारे में अनुमान लगा सकते हैं, जो अपने में काफी अहम है।"
अग्रवाल ने वॉरेन बफेट को कंपाउंडिंग (चक्रवृद्धि ब्याज) की शक्ति का एक आदर्श उदाहरण बताया। उन्होंने कहा, "बफेट अपनी सफलता का श्रेय दो चीजों को देते हैं। इसमें से पहली चीज है उनका अमेरिका में पैदा होना और दूसरी चीज है चक्रवृद्धि ब्याज की शक्ति को समझना।" उन्होंने आगे कहा कि "वॉरेन बफेट ने चक्रवृद्धि ब्याज की शक्ति में महारत हासिल कर ली है। अभी, 94 साल की उम्र में, अगर वे 15-20 साल और जीते हैं, तो बर्कशायर हैथवे उनके जीवनकाल में 10-12 लाख करोड़ डॉलर की कंपनी बन सकती है। यह चक्रवृद्धि ब्याज की ही शक्ति है।"
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