एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के आईपीओ ने निवेशकों को निराश नहीं किया। 14 अक्टूबर को कंपनी के शेयर करीब 50 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हुए। कंपनी ने आईपीओ में 1,140 रुपये के भाव पर शेयर एलॉट किए थे। शेयर 1,710 रुपये पर लिस्ट हुए। 11,607 करोड़ रुपये का यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) था। इस इश्यू में हर कैटेगरी के इनवेस्टर्स ने दिलचस्पी दिखाई। सवाल है कि एलजी के निवेशकों के लिए आने वाला समय कैसा रहेगा?
बीते 30 सालों में इंडिया में एलजी ब्रांड की मजबूत पहचान
इंडिया में LG Electronics के ब्रांड ने बीते 30 सालों में मजबूत पहचान बनाई है। टीवी, एयर कंडिशनर्स, वॉशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर्स में इसकी लीडरशिप पोजीशन है। इसका डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क देश के हर हिस्से में है। कंपनी ने ग्लोबल टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर फोकस बनाए रखा है। यह प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से खुद को आगे रखने के लिए जबर्दस्त स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल करती है।
इंडियन कंज्यूमर्स के हिसाब से इनोवेशन पर फोकस
इंडिया का कंज्यूमर मार्केट तेजी से प्रीमियम, एनर्जी एफिशियंट और स्मार्ट अप्लायंसेज प्रोडक्ट्स की तरफ बढ़ रहा है। इस बदलाव में एलजी की बड़ी भूमिका है। इसकी कुल बिक्री में महंगे अप्लायंसेज की हिस्सेदारी बढ़ रही है। इससे कंपनी का मार्जिन बढ़ रहा है। कंपनी इंडियन मार्केट्स को ध्यान में रख इनोवेशन पर फोकस करती है। इससे मार्केट में इसे अपनी प्रीमियम पोजीशन बनाए रखने में मदद मिलती है।
आंध्र प्रदेश में तीसरे प्लांट पर 60 करोड़ डॉलर का निवेश
अभी कंपनी के दो ऑपरेटिंग प्लांट हैं। इनमें से एक नोएडा में है तो दूसरा पुणे में है। इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में दोनों प्लांट्स की करीब 84 फीसदी उत्पादन क्षमता का इस्तेमाल हो रहा था। भविष्य में प्रोडक्ट्स की बढ़ती मांग पूरा करने के लिए कंपनी आंध्र प्रदेश के श्री सिटी में एक नया प्लांट लगा रही है। इस पर वह करीब 60 करोड़ डॉलर इनवेस्ट कर रही है। इस प्लांट के अगले साल दिवाली तक बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है।
होम अंप्लायंसेज की प्रमुख कैटेगरीज में 27% मार्केट शेयर
भारत में होम अप्लायंसेज की प्रमुख कैटेगरीज में एलजी की बाजार हिस्सेदारी करीब 27 फीसदी है। कंपनी का मार्जिन लंबे समय से डबल डिजिट में रहा है। इश्यू प्राइस पर कंपनी के शेयरों की वैल्यूएशन FY25 की अर्निंग्स का करीब 35 गुना है। लेकिन, प्रीमियम पर लिस्टिंग के बाद यह वैल्यूएशन बढ़कर 52 गुनी हो गई है। FY25-28 के दौरान अर्निंग्स की सीएजीआर 11-13 फीसदी रहने की उम्मीद है। कंपनी को प्रीमियम प्रोडक्ट्स और ग्रामीण इलाकों पर फोकस बढ़ाने का फायदा मिलेगा।
निवेशकों को अब क्या करना चाहिए?
आईपीओ में जिन इनवेस्टर्स को शेयर एलॉट हुए हैं, वे कुछ प्रॉफिट बुक कर सकते हैं। हालांकि, कंपनी की लॉन्ग टर्म स्टोरी को लेकर किसी तरह का संदेह नहीं है। अगर इनवेस्टर्स लंबी अवधि में एलजी की ग्रोथ का फायदा उठाना चाहते हैं तो वे गिरावट पर इस स्टॉक में निवेश बढ़ा सकते हैं। 15 अक्टूबर को LG Electronics का शेयर 0.20 फीसदी गिरकर 1,686 रुपये पर बंद हुआ।