देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी LIC अपने कारोबारी उद्देश्यों को लेकर Adani Group की तरफ से बहुत भरोसेमंद हैं। ये बातें एलआईसी के चेयरपर्सन एमआर कुमार ने रविवार को कही। उन्होंने कहा कि अदाणी ग्रुप के टॉप मैनेजमेंट से मुलाकात के बाद अब ग्रुप के साथ अपने बिजनेस प्रोस्पेक्ट्स कोलेकर अधिक कॉम्फिडेंट हैं। इससे पहले पिछले महीने कुमार ने कहा था कि एलआईसी के अधिकारी अदाणी ग्रुप के टॉप मैनेजमेंट से मुलाकात करने की योजना बना रहे हैं। यह मुलाकात अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट आने के बाद अदाणी ग्रुप की दिक्कतों पर स्पष्टीकरण को लेकर होनी थी। इस रिपोर्ट के चलते अदाणी ग्रुप के शेयर अर्श से फर्श पर आ गए जिसके चलते एलआईसी अदाणी ग्रुप में निवेश को लेकर न सिर्फ निवेशकों बल्कि पॉलिटिकल लीडर्स के निशाने पर भी आ गया।
Adani Stocks में निवेश को लेकर LIC का क्या कहना है?
हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद एलआईसी के सीईओ सिद्धार्थ मोहंती ने सीएनबीसी-टीवी18 से कहा था कि एलआईसी अदाणी के शेयरों को लेकर पॉजिटिव है। इसमें सभी निवेश कंपनी के स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स (SOPs) के अनुरुप ही हैं। एलआईसी के सीईओ के मुताबिक एलआईसी बहुत बड़ी प्लेयर है और उन्हें नहीं लगता कि इससे एलआईसी के टोटल निवेश पर कोई असर पड़ेगा। सिद्धार्थ के मुताबिक एलआईसी सिर्फ एक ही नहीं बल्कि सभी शेयरों में निवेश को लेकर पॉजिटिव है। उन्होंने यह भी कहा कि एलआईसी जिस भी कंपनी में निवेश करती है, उससे लगातार संपर्क करती रहती है।
Hindenburg ने दिया Adani Group के मार्केट कैप को तगड़ा झटका
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट 24 जनवरी को सामने आई थी। उसके बाद से शेयरों की भारी गिरावट के चलते ग्रुप का मार्केट कैप अपने रिकॉर्ड हाई से आधे से अधिक घट चुका है। हिंडबनर्ग के आरोपों के ठीक एक महीने बाद यह 10 हजार डॉलर का भी नहीं रह गया। इस मामले में लेटेस्ट टॉप अथॉरिटीज के एक्शन की बात की जाए गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने एक एक्सपर्ट पैनल और बाजार नियामक सेबी को अदाणी ग्रुप के शेयरों में गिरावट की जांच का आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ग्रुप के अधिकतर शेयर अपर सर्किट में पहुंच गए और बाकी स्टॉक्स में भी जोरदार तेजी रही। मार्केट में इसकी 10 कंपनियां लिस्टेड हैं जिसमें से तीन एनडीटीवी, एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स हैं जिन्हें बाद में खरीदा गया है।