Lupin Share Price: अमेरिकी कोर्ट से झटका, फिर भी ल्यूपिन के शेयरों की बढ़ी खरीदारी, अब आगे ये है रुझान

Lupin Share Price: फार्मा सेक्टर की दिग्गज कंपनी ल्यूपिन के शेयरों की खरीदारी आज ऐसे समय में भी ऊपर चढ़ी है, जब इसे एक अमेरिकी कोर्ट से करारा शॉक लगा है। जानिए अमेरिकी कोर्ट से इसे कैसा झटका लगा और इस झटके के बावजूद शेयर क्यों ऊपर चढ़े हैं? जानिए पूरा मामला क्या है और शेयरों की चाल कैसी रहने वाली है?

अपडेटेड Apr 17, 2025 पर 4:02 PM
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एस्टेलास फार्मा ने डेलवेयर की जिला अदालत में Lupin के जेनेरिक प्रोडक्ट'मिराबेग्रोन (Mirabegron)' के खिलाफ पेटेंट उल्लंघन का मामला उठाया था। हालांकि अभी इसमें और सुनवाई बाकी है और अगले साल 2026 में ज्यूरी ट्रायल चलेगा।

Lupin Share Price: फार्मा सेक्टर की दिग्गज कंपनी ल्यूपिन के शेयरों की खरीदारी आज ऐसे समय में भी ऊपर चढ़ी है, जब इसे एक अमेरिकी कोर्ट से करारा शॉक लगा है। पेटेंट से जुड़े एक मामले में अमेरिका के डेलवेयर की जिला अदालत ने एस्टेलस फार्मा (Astellas Pharma) के पक्ष में फैसला सुनाया है। इसके बावजूद घरेलू ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने इसकी खरीदारी की रेटिंग बरकरार रखा है तो शेयरों की खरीदारी बढ़ गई। इंट्रा-डे में यह 1.30 फीसदी उछलकर 1960.95 रुपये पर तक पहुंचा था। हालांकि फिर मुनाफावसूली में यह फिसल गया और दिन के आखिरी में 0.07 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 1934.50 रुपये पर बंद हुआ है। ल्यूपिन को कवर करने वाले 37 एनालिस्ट्स में से 22 ने इसे खरीदारी, 10 ने होल्ड और पांच ने सेल रेटिंग दी है।

Lupin पर क्यों है ब्रोकरेज फिदा?

एस्टेलास फार्मा ने डेलवेयर की जिला अदालत में ल्यूपिन के जेनेरिक प्रोडक्ट'मिराबेग्रोन (Mirabegron)' के खिलाफ पेटेंट उल्लंघन का मामला उठाया था। हालांकि अभी इसमें और सुनवाई बाकी है और अगले साल 2026 में ज्यूरी ट्रायल चलेगा और फिर पेटेंट के उल्लंघन, नुकसान इत्यादि पर फैसला होगा। कंपनी ने बुधवार को एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी। इस मामले में नोमुरा का कहना है कि इस मुकदमें में आखिरी फैसला ल्यूपिन की जेनेरिक दवाईयों के पक्ष में आ सकता है। नोमुरा ने 2,350 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ पॉजिटिव रेटिंग बनाए रखी है।


पेटेंट मामले में नोमुरा को दो स्थितियां दिख रही है। एक तो ये कि ल्यूपिन के खिलाफ फैसला आए और ऐसी स्थिति में यह जेनेरिक प्रोडक्ट नहीं बेच सकेगी और इसे चलते वित्त वर्ष 2026 में इसके EPS को 6.7 फीसदी झटका लग सकता है लेकिन वित्तीय सेहत के अनुमानों पर कोई असर दिखने की संभावना नहीं है। वहीं दूसरी स्थिति में देखें तो ब्रोकरेज को उम्मीद है कि मिराबेग्रोन की बिक्री जारी रखेंगी, जिससे कंपनी की सेहत से जुड़े मौजूदा अनुमानों में बढ़ोतरी हो सकती है।

ब्रोकरेज फर्म यूबीएस का कहना है कि अगर जिला अदालत से कंपनी के पक्ष में फैसला नहीं आता है, तो इसकी जेनेरिक्स ऐट-रिस्क सेल्स फिसल सकती है। इसके बाद जेनेरिक्स का अगला कदम फेडरल कोर्ट में अपील का हो सकता है। मिराबेग्रोन मुंह से ली जाने वाली दवा है जिसका इस्तेमाल ओवरैक्टिव ब्लैडर के इलाज में होता है। इस मामले में ल्यूपिन का कहना है कि उसका पक्ष मजबूत है और आगे की कानूनी कार्रवाई पर विचार-विमर्श कर रही है।

एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल

ल्यूपिन के शेयर पिछले साल 4 जून 2024 को 1493.75 रुपये पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का निचला स्तर है। इस निचले स्तर से सात महीने में यह 60.90 फीसदी उछलकर इस साल की शुरुआत में 2 जनवरी 2025 को 2403.45 रुपये पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई है। हालांकि शेयरों की तेजी यहीं थम गई और फिलहाल इस रिकॉर्ड हाई से यह करीब 19 फीसदी डाउनसाइड है।

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