Market Cues : अगर निफ्टी में रिकवरी होती है तो 25900–26000 पर होगा रेजिस्टेंस, 25750–25700 के नीचे जाने पर आएगी बड़ी गिरावट
Market Trend : एक्सपर्ट्स की राय है कि अगर निफ्टी में रिकवरी होती है तो 25,900–26,000 का ज़ोन ऊपर की तरफ एक रुकावट का काम कर सकता है। हालांकि, 25,750–25,700 से नीचे की बड़ी गिरावट 25,500–25,450 के ज़ोन का रास्ता खोल सकती है
Trade Setup :कल वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX कल लगातार तीसरे सेशन में गिरा। यह 1.32 प्रतिशत गिरकर 9.7 पर आ गया, जो गुरुवार को बना इसका एक नया क्लोजिंग लो था
Stock market news : निफ्टी इंट्राडे रिकवरी को बनाए रखने में नाकाम रहा और नेगेटिव रुझान के साथ फ्लैट बंद हुआ। 18 दिसंबर को लगातार चौथे सेशन में इसने अपनी गिरावट जारी रखी और लोअर हाई-लोअर लो स्ट्रक्चर बनाए रखा। हालांकि, ऐसा लगता है कि इसने निफ्टी और बैंक निफ्टी दोनों पर एक बुलिश रिवर्सल-टाइप पैटर्न बनाया है। निफ्टी क्लोजिंग बेसिस पर 50-डे EMA के साथ-साथ अपवर्ड स्लोपिंग सपोर्ट ट्रेंडलाइन (दोनों 25,750-25,800 की रेंज में) और 12 नवंबर के बुलिश गैप ज़ोन के निचले छोर (25,700 से थोड़ा ऊपर) को बचाने में कामयाब रहा। ऐसे में एक्सपर्ट्स की राय है कि अगर निफ्टी में रिकवरी होती है तो 25,900–26,000 का ज़ोन ऊपर की तरफ एक रुकावट का काम कर सकता है। हालांकि, 25,750–25,700 से नीचे की बड़ी गिरावट 25,500–25,450 के ज़ोन का रास्ता खोल सकती है
यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी।
Nifty के लिए की सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल
पिवट प्वांइट पर आधारित सपोर्ट : 25,747, 25,706 और 25,639
पिवट प्वांइट पर आधारित रजिस्टेंस : 25,882, 25,924 और 25,991
निफ्टी 50 ने डेली टाइमफ्रेम पर एक लॉन्ग अपर शैडो और एक स्मॉल लोअर शैडो वाली बुलिश कैंडल बनाई, जो कुछ हद तक इनवर्टेड हैमर-टाइप पैटर्न जैसा दिखता है (हालांकि यह क्लासिकल पैटर्न नहीं है), जिसे आम तौर पर बुलिश रिवर्सल पैटर्न माना जाता है। इंडेक्स क्लोजिंग बेसिस पर शॉर्ट-टर्म और मीडियम-टर्म मूविंग एवरेज के बीच रहा। हालांकि, मोमेंटम इंडिकेटर्स बेयरिश बने रहे, RSI गिरकर 46.37 पर आ गया और MACD जीरो लाइन की ओर नीचे जा रहा था, साथ ही हिस्टोग्राम में भी और गिरावट आई। यह सब सीमित अपसाइड मोमेंटम के साथ सतर्क सेंटिमेंट का संकेत देता है।
बैंक निफ्टी
पिवट पॉइंट्स पर आधारित रजिस्टेंस : 59,136, 59,253 और 59,444
पिवट पॉइंट्स पर आधारित सपोर्ट : 58,755, 58,638 और 58,447
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित रजिस्टेंस : 59,467, 60,895
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित सपोर्ट: 58,643, 58,296
बैंक निफ्टी ने डेली टाइमफ्रेम पर एक लॉन्ग अपर शैडो वाली बुलिश कैंडल बनाई, जो एक इन्वर्स हैमर पैटर्न जैसी दिखती है (जो आम तौर पर एक बुलिश रिवर्सल पैटर्न होता है), यह बताता है कि बिकवाली का दबाव कमजोर हो रहा है और खरीदारों ने इंट्राडे में 20-डे EMA को टेस्ट करके कंट्रोल वापस पाने की कोशिश की। इंडेक्स क्लोजिंग बेसिस पर बढ़ती सपोर्ट ट्रेंडलाइन के साथ-साथ पिछले दिन के निचले स्तर से ऊपर बना रहा। हालांकि, मोमेंटम इंडिकेटर कमजोर बने रहे, RSI गिरकर 49.58 पर आ गया और MACD रेफरेंस लाइन से नीचे बना रहा, साथ ही हिस्टोग्राम में और कमजोरी दिखी। यह सब एक अस्थायी स्थिरता का संकेत देता है, हालांकि मोमेंटम कन्फर्मेशन अभी भी नहीं मिला है।
एफआईआई और डीआईआई फंड फ्लो
इंडिया VIX
कल वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX कल लगातार तीसरे सेशन में गिरा। यह 1.32 प्रतिशत गिरकर 9.7 पर आ गया, जो गुरुवार को बना इसका एक नया क्लोजिंग लो था, ये बुल्स के पक्ष में रहा। लेकिन इस बात को ध्यान में रखें कि आम तौर पर इतने निचले स्तर पर वोलैटिलिटी भी नज़दीक भविष्य में मार्केट में तेज़ी से बदलाव की संभावना का संकेत भी देती है।
बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 18 दिसंबर को बढ़कर 0.83 पर आ गया, जबकि पिछले सेशन में यह 0.77 पर था। गौरतलब है कि 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।
F&O बैन के अंतर्गत आने वाले स्टॉक
F&O सेगमेंट के अंतर्गत प्रतिबंधित प्रतिभूतियों में वे कंपनियां शामिल होती हैं, जिनके डेरिवेटिव अनुबंध मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट के 95 फीसदी से ज्यादा हो जाती हैं।
एफएंडओ प्रतिबंध में नए शामिल स्टॉक: सम्मान कैपिटल
एफएंडओ प्रतिबंध में पहले से शामिल स्टॉक: कोई नहीं
एफएंडओ प्रतिबंध से हटाए गए स्टॉक: बंधन बैंक
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