मदड़ियों के शिकंजे में बाजार, सभी अहम इंडेक्सों के 400 से ज्यादा शेयर 200 DMA से नीचे फिसले
इनमें से 30 शेयर बेंचमार्क निफ्टी 50 से हैं। 286 शेयर निफ्टी 500 से 61 शेयर निफ्टी मिडकैप 100 से और 58 शेयर निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांक से हैं। नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, निफ्टी 500 इंडेक्स में शामिल लगभग 75 शेयरों में 27 सितंबर के शिखर से 20 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है
एलकेपी सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट रूपक डे का अनुमान है कि निफ्टी 23,200 का स्तर छू सकता है जो 50-वीक एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज और आने वाले सत्रों में हेड एंड शोल्डर पैटर्न के दूसरे टारगेट के आसपास ही है
भारतीय शेयर बाजारों में हालिया गिरावट के दौरान निफ्टी 50, निफ्टी 500, मिडकैप और स्मॉलकैप जैसे अहम इंडेक्सों के 50 फीसदी से अधिक शेयर अपने 200 डे मूविंग एवरेज (DMA) से नीचे आ गए हैं, जिसके चलते विश्लेषकों ने सावधानी बरतने की सलाह दी है। इनमें से 30 शेयर बेंचमार्क निफ्टी 50 से हैं। 286 शेयर निफ्टी 500 से 61 शेयर निफ्टी मिडकैप 100 से और 58 शेयर निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स से हैं।
ताजे आंकड़ों के मुताबिक निफ्टी 500 इंडेक्स में शामिल लगभग 75 शेयरों में 27 सितंबर के अपने शिखर से 20 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है। इसके अलावा, 205 शेयरों में 10-20 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि 149 शेयरों में 1-10 फीसदी की गिरावट आई है।
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि 200 DMA से नीचे गिरने वाले शेयर कमज़ोर स्थिति में चले जाते हैं, जिससे अक्सर लंबे समय तक कंसोलीडेशन की स्थिति बनी रहती है। हालांकि, मौलिक रूप से मज़बूत कंपनियों को 200 डीएमए पर सपोर्ट मिल सकता है। यह लेवल खरीदारों को आकर्षित करने और किसी शेयर के बॉटम की पहचान करने लिए एक बड़े मानक के रूप में काम कर सकता है।
निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 16 शेयरों में 20 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है, 47 शेयरों में 10-20 फीसदी की गिरावट आई है और 22 शेयरों में 1-10 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं, निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 20 शेयरों में 20 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है, 31 शेयरों में 10-20 फीसदी की गिरावट आई है और 29 शेयरों में 1-10 फीसदी की गिरावट आई है।
बड़े वॉल्यूम और मार्केट कैपिटलाइज़ेशन वाले शेयरों पर करें फोकस
सैमको सिक्योरिटीज के तकनीकी विश्लेषक ओम मेहरा का कहना है कि कम वॉल्यूम वाले स्टॉक या अपने शिखर से 35-40 फीसदी टूट चुके स्टॉक्स पर विचार करते समय सावधानी बरतने की जरूरत होती है। ऐसे शेयरों को आम तौर पर रिकवरी के लिए एक लंबी अवधि की जरूरत होती है। इसके अलावा इन शेयरों में और गिरावट का जोखिम हो सकता है। उनकी निफ्टी 500 इंडेक्स के उन स्टॉक पर फोकस करने की सलाह जिनका वॉल्यूम और मार्केट कैपिटलाइज़ेशन बड़ा है।
इस बीच, वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज की क्रान्ति बाथिनी का मानना है कि मौजूदा करेक्शन फंडामेंटली मजबूत शेयरों को इकट्ठा करने का अवसर प्रदान कर रहा है। उनका ये भी मानना है कि बाजार 200 डीएमए के आसपास से बॉटम आउट हो जाएगा और यहां से वापसी होती दिखेगी।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी
भारतीय बाजारों में गिरावट देखने को मिल रही है। विदेशी निवेशकों ने अपनी बिकवाली जारी रखी है। इन्होंने अक्टूबर में 94,000 करोड़ रुपये और नवंबर में अब तक 25,000 करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली की है। सितंबर तिमाही के लिए नतीजों और बढ़ती महंगाई के चलते ब्याज दरों में कटौती की घटती उम्मीद ने बाजार पर दबाव बनाया है।
सितंबर से अब तक सेंसेक्स-निफ्टी में 10 फीसदी से अधिक की गिरावट
इसके अलावा, ट्रंप प्रशासन के तहत अमेरिका-चीन ट्रेड वार के बढ़ने की आशंका के साथ-साथ भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने से बाजार का सेंटीमेंट और भी खराब हो गया है। हालांकि कई लोगों का मानना है कि अमेरिका-चीन विवाद के चलते भारत को कुछ हद तक फायदा हो सकता है। सितंबर से अब तक सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 10 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है, जबकि निफ्टी मिडकैप और स्मॉलकैप में 11 फीसदी और 12 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है।
निफ्टी में और गिरावट मुमकिन
एलकेपी सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट रूपक डे का अनुमान है कि निफ्टी 23,200 का स्तर छू सकता है जो 50-वीक एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (ईएमए) और आने वाले सत्रों में हेड एंड शोल्डर पैटर्न के दूसरे टारगेट के आसपास ही है। किसी रिबाउंड की स्थिति में 23,600-23,800 की रेंज रजिस्टेंस के रूप में कार्य कर सकती है। बाजार में व्याप्त व्यापक मंदी की भावना किसी भी बढ़त की संभावना को सीमित कर रही भले ही आरएसआई ओवरसोल्ड जोन (28.6) में हो।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।