Market insight : ज्वेलरी स्पेस लग रहा बेहतर, पहली तिमीही में कैपिटल गुड्स और सीमेंट से अच्छे नतीजों की उम्मीद - ज्योतिवर्धन जयपुरिया

Stock market : जयपुरिया जी को लंबी अवधि के लिए ज्वेलरी स्पेस बेहतर लग रहा है। उनका ये भी कहना है कि रेअर अर्थ सप्लाई में कमी से ऑटो प्रोडक्शन पर असर दिखेगा। उन्होंने बताया कि रियल्टी के साथ उससे जुड़ी कंपनियों में उनका निवेश है। टाइल्स और सैनिटरीवेयर की डिमांड में सुस्ती रह सकती है

अपडेटेड Jul 17, 2025 पर 4:43 PM
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ज्योतिवर्धन जयपुरिया ने कहा कि व्हाइट गुड्स के लिए मांग बढ़नी चाहिए। आयकर में मिली 1 लाख करोड़ रुपए की छूट से इस सेक्टर को फायदा होगा

Market view : मार्केट के लॉन्ग टर्म ट्रेंड पर बात करते हुए वैलेंटिस एडवाइजर्स (Valentis Advisors) के फाउंडर और MD ज्योतिवर्धन जयपुरिया ने कहा कि भारतीय इकोनॉमी के मैक्रोज काफी मजबूत हैं। इस सीजन में 6-7 फीसदी अर्निंग्स ग्रोथ की उम्मीद है। वहीं, इस पूरे साल 11 फीसदी अर्निंग्स ग्रोथ की उम्मीद है। ज्योतिवर्धन जयपुरिया भारतीय इक्विटी मार्केट में 37 सालों का अनुभव रखते हैं और देश के टॉप स्ट्रैटेजिस्ट में गिने जाते हैं।

लार्जकैप IT पर अंडरवेट नजरिया कायम

ज्योतिवर्धन जयपुरिया को पहली तिमीही में कैपिटल गुड्स और सीमेंट से अच्छे नतीजों की उम्मीद है। लेकिन बैंकों पर दबाव देखने को मिल सकता है। बैंकों के नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) पर दबाव दिख सकता है। उन्होंने आगे कहा कि वे दो-तीन साल से आईटी को लेकर निगेटिव हैं। लार्जकैप IT पर अंडरवेट नजरिया कायम है। इस सेक्टर में ग्रोथ काफी धीमा हो गया है। AI के चलते IT सेक्टर को लेकर चिंताएं हैं। AI के कारण कोडिंग करने के लिए इंजीनियरों की जरूरत घट जाएगी। कोडिंग का काफी काम AI ही कर देगा। इसके चलते इंजीनियरों की मांग 30-40 फीसदी तक घट सकती है। ऐसे में आईटी कंपनियों को अपने फ्यूचर बिजनेस मॉडल के बदलना होगा। वर्तमान बिजनेस मॉडल में इनकी ग्रोथ बहुत नहीं बढ़ेगी, धीमी ही रहेगी।


AC को छोड़ बाकी व्हाइट गुड्स में अच्छा डिमांड संभव

व्हाइट गुड्स शेयरों पर बात करते हुए ज्योतिवर्धन जयपुरिया ने कहा कि व्हाइट गुड्स के लिए मांग बढ़नी चाहिए। आयकर में मिली 1 लाख करोड़ रुपए की छूट से इस सेक्टर को फायदा होगा। अभी तक बारिश अच्छी रही है। क्रॉप प्रोडक्शन पिछले साल की तुलना में 8-9 फीसदी ज्यादा रह सकती है। इसके चलते भी आगे हमें व्हाइट गुड्स की मांग बढ़ती दिख सकती है। AC को छोड़ बाकी व्हाइट गुड्स में अच्छा डिमांड संभव है।

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लंबी अवधि के लिए ज्वेलरी स्पेस बेहतर

जयपुरिया जी को लंबी अवधि के लिए ज्वेलरी स्पेस बेहतर लग रहा है। उनका ये भी कहना है कि रेअर अर्थ सप्लाई में कमी से ऑटो प्रोडक्शन पर असर दिखेगा। उन्होंने बताया कि रियल्टी के साथ उससे जुड़ी कंपनियों में उनका निवेश है। टाइल्स और सैनिटरीवेयर की डिमांड में सुस्ती रह सकती है। वायर एंड केबल में डिमांड अच्छी है, इस सेक्टर के शेयर तेजी पकड़ सकते हैं।

 

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