Market Insight : इंडिया VIX में तेज़ उछाल बुल्स के लिए खतरे का संकेत, नया हाई लगाने के पहले निफ्टी में हो सकता है करेक्शन
Nifty trend : शॉर्ट टर्म में, निफ्टी के लिए 25,900–25,850 के ज़ोन में सपोर्ट है। जब तक इंडेक्स 25,850 से ऊपर रहता है,तब तक ऊपर की ओर जाने का रास्ता खुला रहेगा और ये 26,300 और फिर 26,500 तक जाता दिख सकता है। आने वाले दिनों में मिड और स्मॉल कैप शेयरों की चाल ही ये बताएगी कि यह रैली बड़े आधार वाली भरोसेमंद रैली है या फिर ये बुल रन के रूप में कुछ चुनिंदा शेयरों की ही तेजी है
Nifty Trend : शॉर्ट टर्म में, निफ्टी के लिए 25,900–25,850 के ज़ोन में सपोर्ट है। जब तक इंडेक्स 25,850 से ऊपर रहता है,तब तक ऊपर की ओर जाने का रास्ता खुला रहेगा
Stock Market : 21 नवंबर को भारतीय इक्विटी इंडेक्स नेगेटिव नोट पर बंद हुए और निफ्टी 26,100 से नीचे आ गया। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 400.76 अंक या 0.47 प्रतिशत गिरकर 85,231.92 पर और निफ्टी 124 अंक या 0.47 प्रतिशत गिरकर 26,068.15 पर बंद हुआ। वहीं, वीकली बेसिस पर देखें तो सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार दूसरे हफ़्ते बढ़त देखने को मिली। जबकि मिडकैप इंडेक्स नेगेटिव जोन में बंद हुआ।
शुक्रवार की तेज़ गिरावट के चलते मिडकैप इंडेक्स में हफ़्ते भर में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई। वीकली बेसिस पर निफ्टी,सेंसेक्स और निफ्टी बैंक में 1-1 फीसदी की बढ़त हुई,जबकि मिडकैप इंडेक्स में 1 फीसदी की गिरावट आई। 3-4 फीसदी नीचे बंद होने के साथ रियल्टी और मेटल स्टॉक सबसे बड़े अंडरपरफॉर्मर रहे। IT स्टॉक सबसे बड़े आउटपरफॉर्मर रहे। आईटी इंडेक्स 2 फीसदी बढ़ कर बंद हुआ।
निफ्टी के 25850–25750 के ज़ोन में कंसोलीडेट होने की उम्मीद
ऐसे में बाजार की आगे कि दशा और दिशा पर बात करते हुए SBI सिक्योरिटीज के टेक्निकल रिसर्च और डेरिवेटिव्स हेड सुदीप शाह ने कहा कि इंडिया VIX में तेज़ उछाल के साथ बुल्स के लिए सावधानी के संकेत मिल रहे हैं। निफ्टी 50 रिकॉर्ड ऊंचाई की ओर बढ़ने के लिए नई ताकत जुटाने के लिए 25,850–25,750 के ज़ोन में कंसोलीडेट हो सकता है।
करेक्टिव फेज में छोटे-मझोले शेयर
आमतौर पर असली बुल फेज़ में तेज़ी और मोमेंटम लाने वाले मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स एक करेक्टिव पीरियड से गुज़र रहे हैं। उनका खराब परफॉर्मेंस बताता है कि इस बढ़त में उनकी उस बड़े पैमाने की हिस्सेदारी नहीं है जो एक मज़बूत ट्रेंड को दिखाता है। इससे एक बड़ा सवाल उठता है कि क्या यह सच में एक मज़बूत और भरोसेमंद तेज़ी है,या फिर ये तेजी टिकाऊ नहीं है?
छोटे-मझोले शेयरों के टोन से ही तय होगी मार्केट की दिशा
एक हेल्दी बुल रन सामूहिक ताकत पर ही फलता-फूलता है जिसमें लीडर्स आगे बढ़ते हैं जबकि बाकी सब लगातार उनके पीछे चलते हैं। लेकिन अभी, मार्केट की लीडरशिप कुछ लार्ज-कैप्स तक ही सीमित है। जबकि कई दूसरे स्टॉक्स अभी भी बेस बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यह तालमेल एक ऐसी रैली का इशारा है जिस पर अभी पूरा यकीन नहीं हुआ है। अगले कुछ सेशन काफी अहम होंगे। हमें यह देखना होगा कि क्या मिडकैप्स और स्मॉलकैप्स स्टेबिलिटी के साथ अपट्रेंड में भागीदारी करते हैं? वास्तव में छोटे-मझोले शेयरों का टोन ही अक्सर मार्केट की असली हेल्थ तय करता है।
निफ्टी के लिए 25,900–25,850 के ज़ोन में सपोर्ट
शॉर्ट टर्म में, निफ्टी के लिए 25,900–25,850 के ज़ोन में सपोर्ट है। जब तक इंडेक्स 25,850 से ऊपर रहता है,तब तक ऊपर की ओर जाने का रास्ता खुला रहेगा और ये 26,300 और फिर 26,500 तक जाता दिख सकता है। कुल मिलाकर कहें तो चार्ट शायद हाई के पास जश्न मना रहे हों,लेकिन आने वाले दिनों में मिड और स्मॉल कैप शेयरों की चाल ही ये बताएगी कि यह रैली बड़े आधार वाली भरोसेमंद रैली है या फिर ये बुल रन के रूप में कुछ चुनिंदा शेयरों की ही तेजी है।
क्या आप मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट को लेकर बुलिश हैं?
इसके जवाब में सुदीप शाह ने कहा कि अक्टूबर की शुरुआत से मैक्स हेल्थकेयर को 1,060–1,070 रुपए के ज़ोन से दो बार मज़बूत सपोर्ट मिला है,यह लेवल निचले बोलिंगर बैंड के साथ भी मेल खाता है,जो इसकी डिमांड में मज़बूती दिखाता है। RSI ऊपर जा रहा है और अब 60 से थोड़ा नीचे है। ये पॉज़िटिव मोमेंटम में सुधार का संकेत है। यह स्टॉक सभी अहम मूविंग एवरेज से ऊपर ट्रेड कर रहा है,जिससे इसक बुलिश स्ट्रक्चर मज़बूत हो रहा है।
इसके अलावा, MACD ने भी एक बुलिश क्रॉसओवर दिया है और ADX धीरे-धीरे बढ़ रहा है। यह भी मज़बूत ट्रेंड इंटेंसिटी दिखा रहा है। कई टेक्निकल फ़ैक्टर्स के पॉजिटिव होने से,स्टॉक यहां से आगे बढ़ने के लिए अच्छी स्थिति में है। कुल मिलाकर इसका सेटअप मौजूदा अपट्रेंड के जारी रहने का सपोर्ट कर रहा है।
इंफोसिस और निफ्टी IT इंडेक्स पर आपका क्या कहना है?
इस पर अपनी राय रखते हुए उन्होंने आगे कहा कि 7 अगस्त को 1,414 रुपए के निचले स्तर से इंफोसिस लगातार हायर-हाई, हायर-लो फॉर्मेशन में बना हुआ है। यह अब अपने 200-डे EMA से सिर्फ़ 1.3 फीसदी नीचे ट्रेड कर रहा है और नीचे की ओर डाउनवर्ड स्लोपिंग ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट के करीब है। MACD का ऊपर की ओर झुकना बुलिश मोमेंटम को मज़बूत करता है। 200-डे EMA के ऊपर की मज़बूत क्लोजिंग स्टॉक के लिए एक नई रैली के दरवाज़े खोल सकती है।
निफ्टी IT इंडेक्स भी जुलाई के बाद पहली बार अपने 200-डे EMA से ऊपर बंद हुआ,जिसमें RSI 60 से ऊपर और MACD मज़बूती से पॉजिटिव जोन में था। हालांकि इंडेक्स पहले के रिबाउंड को बनाए रखने में नाकाम रहा है,लेकिन 200-डे के EMA से ऊपर एक बड़ा फॉलो-थ्रू एक नई बढ़त को ट्रिगर कर सकता है।
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