ब्रॉडर इंडेक्सों ने बेंचमार्क इंडजेक्स के मुताबिक ही प्रदर्शन किया। मिलेजुले तिमाही नतीजों,एफआईआई की तरफ से लगातार हो रही बिकवाली,अमेरिकी राष्ट्रपति की अनिश्चित टैरिफ नीतियों के कारण मिलेजुले बाजारों और लगभग पांच सालों में पहली बार आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में कटौती के बीच अस्थिरता देखने को मिली। बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ, जिससे 4 सप्ताह की गिरावट का सिलसिला टूट गया। जबकि बीएसई मिडकैप और लार्जकैप इंडेक्सों में बढ़त दर्ज की गई। इनमें दूसरे सप्ताह भी बढ़त जारी रही।
इस सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 354.23 अंक या 0.45 प्रतिशत बढ़कर 77,860.19 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 सूचकांक 77.8 अंक या 0.33 प्रतिशत बढ़कर 23,559.95 पर बंद हुआ। सेक्टर के लिहाज से बीएसई एफएमसीजी इंडेक्स में 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई, बीएसई रियल्टी इंडेक्स में 3.5 फीसदी की गिरावट आई, बीएसई कैपिटल गुड्स इंडेक्स में 2.4 फीसदी की गिरावट आई, बीएसई पावर इंडेक्स में करीब 2 फीसदी की गिरावट आई। हालांकि, बीएसई हेल्थकेयर में 3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, बीएसई मेटल इंडेक्स में करीब 3 फीसदी की बढ़त हुई, बीएसई इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में करीब 2 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स सपाट बंद हुआ। आरती फार्मालैब्स, एजिस लॉजिस्टिक्स, प्रूडेंट कॉरपोरेट एडवाइजरी सर्विसेज, एरिस लाइफसाइंसेज, विमता लैब्स, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, ऑनवर्ड टेक्नोलॉजीज, एनजीएल फाइन केम, गल्फ ऑयल लुब्रिकेंट्स इंडिया में 15-26 फीसदी की तेजी आई। जबकि वक्रांगी, विष्णु प्रकाश आर पुंगलिया, एक्सिकॉम टेली-सिस्टम्स, स्टर्लिंग टूल्स, थॉमस कुक (इंडिया), बीईएमएल, डिवगी टॉर्कट्रांसफर सिस्टम्स, डीबी कॉर्प, केनेस टेक्नोलॉजी इंडिया,ओरिएंटल रेल इंफ्रास्ट्रक्चर में 12-22 फीसदी की गिरावट आई।
आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल
एंजेल वन के राजेश भोसले का कहना है कि आगे 23400 के आस-पास का बुलिश गैप, उसके बाद 23250 (सोमवार का निचला स्तर) पर हैंडल लो, अहम सपोर्ट लेवल के रूप में काम कर सकता है। इन स्तरों से नीचे टूटने से मौजूदा अप-मूव खत्म हो सकता है,जिससे निफ्टी 23000 और उससे नीचे की ओर वापस आ सकता है। कई पॉजिटिव ट्रिगर्स के बावजूद,निफ्टी ऊपरी स्तरों पर संघर्ष करता दिख रहा है क्योंकि बाजार फॉलिंग वेज पैटर्न की ऊपरी सीमा के करीब पहुंच गया है। इस पर हम पिछले कुछ हफ्तों से नज़र रख रहे हैं। इस पैटर्न का निचला छोर पहले सपोर्ट के रूप में काम कर रहा है। जबकि ऊपरी छोर अब 89 DEMA के पास एक कठोर रेजिस्टेंस के रूप में काम कर रहा है।
रेजिस्टेंस लेवल 100-अंक के अंतराल पर बने हुए हैं, जिनमें 23800 (मंगलवार का उच्चतम स्तर), 23900 (89 DEMA), 24000 (200 DSMA) और 24250 (पिछला स्विंग उच्च स्तर) पर अहम रेजिस्टेंस हैं। इन स्तरों को पार करने के लिए एक मजबूत बाइंग के दौर की जरूरत है। तब तक, ट्रेडरों को नियमित अंतराल पर मुनाफ़ा बुक करना चाहिए। बाजार निकट अवधि में 23250-23800 रेंज के भीतर कंसोलीडेट होना जारी रख सकता है और इस रेंज से ब्रेकआउट बाजार को नई दिशा दे सकता है।
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