Market outlook: मजबूत जीडीपी आंकड़े, मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के 31 महीने के हाई पर पहुंचने और बेहतर ऑटो बिक्री आंकड़े जैसे पाॉजिटिव फैक्टर के बावजूद बाजार में आज लगातार दूसरे दिन कमजोरी देखने को मिली। निफ्टी 18500 के नीचे फिसल गया। कारोबार के अंत में आज 1 जून को सेंसेक्स 193.70 अंक या 0.31 की गिरावट के साथ 62428.54 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं, निफ्टी 46.60 अंक या 0.25 फीसदी की गिरावट के साथ 18487.80 पर बंद हुआ है। लगभग 2034 शेयरों में तेजी रही। वहीं, 1408 शेयरों में गिरावट देखने को मिली। जबकि 120 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
मिले-जुले ग्लोबल संकेतों के बीच सेंसेक्स-निफ्टी आज सपाट खुले और सीमित दायरे में बने रहे। लेकिन आखिरी घंटे की बिकवाली ने सूचकांकों को दिन के निचले स्तर तक खींच लिया। कोल इंडिया, कोटक महिंद्रा बैंक, भारती एयरटेल, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस और एचडीएफसी लाइफ निफ्टी के टॉप लूजर्स में थे। जबकि अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइजेज, डिविस लेबोरेटरीज, बजाज ऑटो, टाटा मोटर्स और एशियन पेंट्स निफ्टी के टॉप गेनर्स में रहे।
सेक्टोरल इंडेक्स पर नजर डालें तो बैंक और मेटल इंडेक्स में 0.5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली जबकि आईटी, रियल्टी और फार्मा में 0.5-1 फीसदी की तेजी रही। बीएसई मिडकैप इंडेक्स फ्लैट बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
कोल इंडिया, गुजरात गैस और पीआई इंडस्ट्रीज में शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला। जबकि आरबीएल बैंक, इंडिया सीमेंट्स और अपोलो हॉस्पिटल्स में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला। आज के कारोबार में मणप्पुरम फाइनेंस, लौरस लैब और गुजरात गैस के वॉल्यूम में 200 फीसदी से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली।
02 जून को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
एलकेपी सिक्योरिटीज को रूपक डे का कहना है कि निफ्टी आज एक सीमित दायरे में घूमता रहा। हालांकि, बंद होने के करीब पहुंचने पर बिकवाली का दबाव देखने को मिली। अब जब तक निफ्टी इंडेक्स 18500 के स्तर को पार नहीं कर लेता, तब तक बाजार का ओवर ऑल सेंटीमेंट निगेटिव बने रहने की उम्मीद है। अगर निफ्टी 18500 को फिर से हासिल नहीं कर पाता तो बाजार में और करेक्शन देखने को मिलेगा। निफ्टी के लिए 18300-18350 पर सपोर्ट और 18650 के आसपास रजिस्टेंस दिख रहा है।
कोटक सिक्योरिटीज में डेरिवेटिव्स रिसर्च हेड सहज अग्रवाल का कहना है कि 18150 पर स्थित ट्रेंड सपोर्ट के साथ निफ्टी तेजी में बना हुआ है। जब तक 18150 का स्तर नहीं टूटता तब तक निफ्टी के 18800-19000 को तरफ जाने की संभावना कायम है। शॉर्ट टर्म में निफ्टी के लिए 18400-18450 पर सपोर्ट दिख रहा है। अगर ऊपर बताया गया ट्रेंड लेवल टूटता है तो बाजार में वोलैटिलिटी बढ़ जाएगी। वैल्यू और जोखिम के नजरिए से चुनिंदा कमोडिटी स्टॉक अच्छे नजर आ रहे हैं। जबकि फ्रंटलाइन आईटी शेयरों में निकट अवधि में कमजोरी देखने को मिल सकती है।