Stock market : मार्च सीरीज के पहले दिन बाजार लाल निशान में बंद हुआ है। बाजार करीब 9 महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ है। निफ्टी में 8 महीने की सबसे बड़ी इंट्रा-डे गिरावट देखने को मिली है। आज BSE के सभी सेक्टर इंडेक्स में बिकवाली रही। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में जोरदार बिकवाली रही। IT, ऑटो, PSE इंडेक्स सबसे ज्यादा गिरे हैं। एनर्जी, फार्मा और मेटल शेयरों में भी बिकवाली रही। निफ्टी मिडकैप इस महीने करीब 11 फीसदी फिसला है। स्मॉलकैप इंडेक्स इस महीने करीब 13 फीसदी फिसला है। सेंसेक्स 1,414 प्वाइंट गिरकर 73,198 पर बंद हुआ है। निफ्टी 420 प्वाइंट गिरकर 22,125 पर बंद हुआ है। निफ्टी बैंक 399 प्वाइंट गिरकर 48,345 पर बंद हुआ है। मिडकैप 1,222 प्वाइंट गिरकर 47,915 पर बंद हुआ है। आज सेंसेक्स के 30 में से 29 शेयरों में गिरावट रही। निफ्टी के 50 में से 45 शेयरों में गिरावट देखने को मिली। निफ्टी बैंक के 12 में से 10 शेयरों में गिरावट रही।
द स्ट्रीट्स के फंड मैनेजर और ट्रेडिंग स्ट्रैटेजिस्ट कुणाल रांभिया का कहा कि हालांकि हाल की टैरिफ घोषणाओं ने अनिश्चितता बढ़ा दी है, लेकिन भारतीय बाजारों में विशेष रूप से मिड-कैप और स्मॉल-कैप सेगमेंट में महंगे वैल्यूएशन के कारण गिरावट आई है। रांभिया ने कहा कि इस समय स्टॉक का चयन बहुत महत्वपूर्ण है। इस समय ऐसी फंडामेंटली मजबूत कंपनियों पर फोकस करना चाहिए जो अपने हाई से लगभग 40-50 फीसदी नीचे मिल रही हैं। ये काउंटर अगले छह से आठ महीनों में खरीदारी के बेहतर अवसर पेश कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि मिड-कैप और स्मॉल-कैप स्पेस में बुनियादी रूप से मजबूत कंपनियों और कमजोर कंपनियों को सही तरह से पहचानना जरूरी है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वी के विजयकुमार ने कहा कि शेयर बाजार अनिश्चितता को पसंद नहीं करते हैं। ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति चुने जाने के बाद से ही अनिश्चितता बढ़ रही है। ट्रंप द्वारा टैरिफ की घोषणाओं का बाजार पर असर पड़ रहा है और चीन पर अतिरिक्त 10 फीसदी टैरिफ की नई घोषणा ने बाजार के इस नजरिए की पुष्टि करती है कि ट्रंप अपने राष्ट्रपति पद के शुरुआती महीनों का इस्तेमाम टैरिफ के जरिए दूसरे देशों को धमकाने और फिर अमेरिका के अनुकूल सौदेबाजी के लिए करेंगे।"
मौजूदा उठापटक के बावजूद,विजयकुमार का मानना है कि अमेरिका-चीन ट्रेडवॉर संभावना नहीं है। उन्हें मार्च में भारतीय बाजारों में सुधार की उम्मीद है। उनका कहना है कि लार्ज-कैप के वैल्यूएशन अच्छे है। अब एफआईआई की बिक्री में भी कमी आने की संभावना है। लंबी अवधि को निवेशकों इस करेक्शन अच्छी क्वालिटी के शेयरों में धीरे-धीरे खरीदारी करना चाहिए। इस समय कई डिफेंस शेयर अच्छे भाव पर मिल रहें। इनमें लंबे नजरिए से एक्युमुलेशन किया जा सकता है।
एमके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के सीआईओ मनीष सोंथालिया को 22000 के आसपास निफ्टी के लिए मजबूत सपोर्ट दिख रहा है। उनका कहना है कि अगर निफ्टी 22000 से नीचे गिरता है तो उम्मीद है कि खरीदारों की वापसी होगी। बाजार में वैल्यू है,लेकिन हम नहीं जानते कि यह कहां है। एफआईआई लगातार बिकवाली कर रहे हैं। ऐसे में जैसे-जैसे बाजार और ज्यादा निचले स्तर पर पहुंचेगा,वैल्यू तेजी से स्पष्ट होती जाएगी। मनीष का मानना है कि 22000 का स्तर निफ्टी के लिए एक अहम लेवल साबित होगा।
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