Market trend: बाजार में 8 दिनों की तेजी के बाद आज कंसोलिडेशन देखने को मिला। सेंसेक्स-निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए हैं। हालांकि मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स बढ़त पर बंद हुए हैं। रियल्टी, एनर्जी और डिफेंस शेयरों में खरीदारी देखने को मिली है। फार्मा, IT और ऑटो शेयरों पर दबाव देखने को मिला है। सेंसेक्स 119 प्वाइंट गिरकर 81,786 पर बंद हुआ। निफ्टी 45 प्वाइंट गिरकर 25,069 पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक 79 प्वाइंट चढ़कर 54,888 पर बंद हुआ है। मिडकैप 259 प्वाइंट चढ़कर 58,486 पर बंद हुआ है। निफ्टी के 50 में से 33 शेयरों में गिरावट रही। सेंसेक्स के 30 में से 17 शेयरों में गिरावट देखने को मिली। निफ्टी बैंक के 12 में से 7 शेयरों में तेजी रही।
आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि फेड की बैठक से पहले निवेशकों ने सतर्क नजरिया अपनाया। इसके चलते बेंचमार्क इंडेक्सों में आज लगभग कोई बदलाव नहीं हुआ। पिछले हफ़्ते की तेज़ी के बाद आईटी शेयरों में मुनाफ़ावसूली देखने को मिली। बाजार ये मान कर चल रहा है कि यूएस फेड की तरफ से 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती हो सकती है। लेकिन बॉन्ड यील्ड की दिशा का अंदाज़ा लगाने के लिए बाज़ार ब्याज दरों पर फेड के गाइडेंस पर नजर रखे हुए है। घरेलू खपत में आई तेजी ने मार्केट सेंटीमेंट को मजबूत किया है और इससे गिरावट सीमित रही है। भारत अमेरिका के बीच ट्रेड डील होने की उम्मीद बढ़ने से भी बाजार को सपोर्ट मिलेगा। इसके साथ ही वित्त वर्ष 2026 की दूसरी छमाही में अर्निंग्स में सुधार होने की संभावना भी बाजार को बल देगी।
इनवासेट पीएमएस (INVasset PMS) के बिज़नेस हेड हर्षल दासानी ने कहा कि बेंचमार्क इंडेक्स की तुलना में स्मॉल और मिड-कैप इंडेक्स का बेहतर प्रदर्शन बाज़ार के लिए अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा कि करेक्शन के दौर में, निवेशक आमतौर पर सेफ्टी और लिक्विडिटी के लिए लार्ज-कैप और इंडेक्स-हैवी शेयरों को प्राथमिकता देते हैं, हल्का रिटर्न देने के बावजूद ये गिरावट को सीमित रखते हैं। लेकिन जैसे-जैसे बाज़ार रिकॉर्ड ऊंचाई की ओर बढ़ते हैं, डर कम होता जाता है और जोखिम उठाने की क्षमता धीरे-धीरे वापस आती है,जिससे मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों में निवेश बढ़ता है, क्योंकि इनमें ग्रोथ की संभावना ज़्यादा होती है।
उन्होंने आगे कहा कि यह बदलाव अब साफ है। ब्रॉडर मार्केट, बाजार की इस तेजी में लीडरशिप कर रहा है। आमतौर पर ऐसे बदलाव रिटेल और घरेलू संस्थागत दोनों निवेशकों की ओर से मज़बूत भागीदारी की शुरुआत का संकेत देते हैं। इससे पूरे बाजार में मजबूती आती है और स्थाई तेजी की संभावना बनती है। लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए,यह एक अच्छा संकेत होता है। इससे ये यह पता चलता है कि तेजी केवल कुछ इंडेक्स मूवर्स तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पूरे बाजार में तेजी आ रही है। वर्तमान में हमें कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है।
बाजार के टेक्निकल सेटअप की बात करते हुए मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के विष्णु कांत उपाध्याय ने कहा कि स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्सों ने डेली चार्ट पर डबल बॉटम से बाहर निकलते हुए तेजी आने के संकेत दिए हैं। निफ्टी स्मॉलकैप 100 और निफ्टी मिडकैप 100 दोनों अपने अहम मूविंग एवरेज से ऊपर निकल गए हैं। यह कई हफ्तों के कंसोलीडेशन के बाद मजबूती आने का संकेत है। इससे बाजार में नई तेजी आने की संभावना दिख रही। आगे छोटे-मझोले शेयर हमें बेंचमार्क से प्रदर्शन करते दिख सकते हैं। TIINDIA, Nykaa और Alkem Labs जैसे मिडकैप और वेलस्पन, रेडिको, KEC Intl जैसे स्मॉलकैप बुलिश ब्रेकआउट और मजबूत मोमेंट के संकेत दे रहे हैं।
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