Stock market: 22 जुलाई के उतार-चढ़ाव भरे कारोबारी सत्र में भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 79.43 अंक या 0.10 फीसदी की गिरावट के साथ 80,525.22 पर और निफ्टी 21.60 अंक या 0.09 फीसदी की गिरावट के साथ 24,509.30 पर बंद हुआ। आज लगभग 1953 शेयरों में तेजी आई, 1575 शेयरों में गिरावट आई और 116 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। निफ्टी में सबसे ज्यादा गिरावट विप्रो, कोटक महिंद्रा बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस में रही, जबकि ग्रासिम इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, डॉ रेड्डीज लैब्स, टाटा कंज्यूमर और इंफोसिस में सबसे ज्यादा बढ़त रही।
सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो ऑटो, कैपिटल गुड्स, हेल्थ सर्विस, मेटल और पावर इंडेक्स में 1-1 फीसदी की तेजी आई, जबकि मीडिया, बैंक, आईटी, रियल्टी और एफएमसीजी में बिकवाली देखने को मिली। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 1.3 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.8 फीसदी की तेजी आई।
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर
ओवरसोल्ड कंडीशन के बावजूद आरएसआई में बुलिश डाइवर्जेंस के कारण इंडेक्स में भारी गिरावट नहीं आई। बाजार में आज मिली-जुली गतिविधि देखने को मिली। मिड और स्मॉलकैप में तेजी आई, जबकि निफ्टी 21.65 अंकों की मामूली गिरावट के साथ 24,509.25 पर बंद हुआ। ऑटो और फार्मा सेक्टर में 1 फीसदी से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली ये आज के आउटपरफॉर्मर रहे। जबकि रियल्टी सबसे अधिक गिरा और उसके बाद आईटी का नंबर रहा। कल यूनियन बजट के दबाव को देखते हुए दोनों तरफ उतार-चढ़ाव की उम्मीद की जा सकती है। निफ्टी के लिए 24,200 पर तत्काल सपोर्ट दिख रहा है। जबकि ऊपरी स्तरों पर इसके लिए 24,800 पर रजिस्टेंस है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के दीपक जसानी ने कहा कि 22 जुलाई को शुरुआती कमजोरी से अच्छी तरह से उबरने के बाद निफ्टी ने दोजी जैसा पैटर्न बनाया, हालांकि अंत में यह मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। 23 जुलाई को केंद्रीय बजट पेश किए जाने से उस दिन काफी इंट्रा डे वोलैटिलिटी रहने की संभावना है। निफ्टी को शॉर्ट टर्म में 24661 और उसके बाद में 24801 पर रजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है। जबकि किसी गिरावट में 24141 पर सपोर्ट मिल सकता है।
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