Market outlook : 31 अक्टूबर को निफ्टी भारी उतार-चढ़ाव के बीच लाल निशान में बंद हुआ है। पिछले दो दिनों की बढ़त को आज लगाम लग गई। निफ्टी आज 19100 के नीचे बंद हुआ है। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 237.72 अंक या 0.37 फीसदी गिरकर 63874.93 पर और निफ्टी 61.30 अंक या 0.32 फीसदी टूट कर 19079.60 पर बंद हुआ है। लगभग 1830 शेयरों में तेजी देखने को मिली है। वहीं, 1675 शेयर गिरे हैं। जबकि 117 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
एमएंडएम, सन फार्मा, आयशर मोटर्स, एलटीआईमाइंडट्री और ओएनजीसी आज निफ्टी के टॉप लूजर रहे हैं। जबकि एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, टाइटन कंपनी, एचडीएफसी लाइफ, कोटक महिंद्रा बैंक और एशियन पेंट्स में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली है। रियल्टी को छोड़कर दूसरे सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए हैं। ऑटो, बैंक और हेल्थकेयर में 0.3-0.6 फीसदी की गिरावट आई है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.3 फीसदी भागा है। वहीं, स्मॉल कैप इंडेक्स सपाट बंद हुआ है।
01 नवंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि भारतीय शेयर बाजारों ने महीने के आखिरी दिन की शुरुआत 19200-19250 के अहम जोन में की। लेकिन सबेरे के कारोबार में ही निफ्टी ने अपनी सारी बढ़त गंवा दी और और सीमित दायरे घूमता दिखा। बीच में थोड़ी रिकवरी आई। लेकिन ये ज्यादा देर तक नहीं टिकी। बिकवाली के एक और दौर (खास बैंकों में) ने निफ्टी को काफी नीचे ढ़केल दिया। कारोबार के अंत में ये 61.30 अंकों की गिरावट के साथ 19079.60 के स्तर पर बंद हुआ। एक मजबूत रजिस्टेंस का सामना करने के बाद, निफ्टी ने एक डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया है जो मंदी का संकेत है। अब शॉर्ट टर्म में निफ्टी हमें 18800-19200/19250 के रेंज में घूमता दिख सकता है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के कुणाल शाह का कहना है कि गैप-अप ओपनिंग के बाद निफ्टी इंडेक्स को चुनौती का सामना करना पड़ा। इसे ऊपरी स्तरों पर मजबूत रजिस्टेंस का सामना करना पड़ा। निफ्टी आज दिन के हाई को पार करने में असफल रहा। वर्तमान में ये 18900 और 19250 के एक बड़े दायरे में कारोबार कर रहा है। इस रेंज के किसी भी दिशा में टूटने पर बाजार की दिशा साफ होगी। वैसे बाजार का ओवरऑल ट्रेंड निगेटिव बना हुआ है। निफ्टी के 19300 से ऊपर क्लोज होने पर बाजार में फिर से तेजी आने के संकेत पुख्ता होंगे।
कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान का कहना है कि बैंकिंग, ऑटो और आईटी शेयरों में बिकवाली के बीच बाजार आज दबाव में रहा। एशियाई बाजारों की कमजोरी ने बाजार का मूड खराब कर दिया। भले ही दूसरे देशों की तुलना में अभी तक भारतीय बाजार मजबूत रहे हों लेकिन पिछले एक महीने से लगातार चल रही एफआईआई की बिकवाली के चलते भारतीय बाजार लड़खड़ा गए हैं।
हमें निकट से मध्यम अवधि में बाजार में मिलाजुला रुझान देखने को मिल सकता है। डेली चार्ट पर निफ्टी ने एक बियरिश कैंडल बनाई है जो मौजूदा स्तरों से और कमजोरी आने का संकेत दे रही है। अब बाजार 18980 से 19220 के दायरे में कंसोलीडेट होता दिख सकता। हालांकि, 18980 के नीचे जाने पर दबाव और बढ़ सकता है।
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