Market today : जीएसटी 2.0 सुधारों को लेकर बनी उम्मीद के चलते भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी ने 5 सितंबर को लगातार दूसरे सत्र में अपनी बढ़त जारी रखे हुए हैं। दलाल स्ट्रीट पर अच्छे माहौल से संकेत मिलता है कि निफ्टी पिछले हफ्ते की सुस्ती को तोड़ते हुए एक फीसदी से अधिक की साप्ताहिक बढ़त दर्ज करने की राह पर है। सुबह 9.50 बजे के आसपास सेंसेक्स 204.26 अंक या 0.25 प्रतिशत बढ़कर 80,922.27 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 63.30 अंक या 0.26 प्रतिशत बढ़कर 24,797.60 पर नजर आ रहा था। बाजार का रुख़ काफ़ी सकारात्मक दिख रहा है। 1,442 शेयरों में बढ़त दर्ज की गई, जबकि 1,238 शेयरों में गिरावट दिख रही थी। जबकि 128 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ था।
सभी सेक्टर मजबूती के साथ खुले हैं। जिसमें निफ्टी ऑटो इंडेक्स सबसे ज़्यादा बढ़त पर नजर आ रहा है। मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, बजाज ऑटो और हुंडई मोटर इंडिया जैसे शेयरों ने इस तेजी में अहम योगदान दे रहे हैं। इस बीच वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX, एक फीसदी गिरा है। ये बाजारों में बढ़ती मजबूती का संकेत है।
छोटे-मझोले शेयर भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स आउटपरफॉर्म कर रहे हैं। इससे लार्जकैप शेयरों के अलावा अन्य सेक्टरों की भी अच्छी भागीदारी का संकेत मिल रहा है।
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान ने कहा कि उनका मानना है कि शॉर्ट टर्म मार्केट आउटलुक पॉजिटिव बना हुआ है। हालांकि, निफ्टी के 24,850 और सेंसेक्स के 81,000 के स्तर को पार करने के बाद ही नई तेजी की संभावना है। अगर ये स्तर पार हो जाते हैं, तो बाजार 25,000/81,500 की ओर बढ़ सकता है। नीचे की ओर, 24,650/80,500 और 24,700/80,700 के स्तर डे ट्रेडर्स के लिए अहम सपोर्ट ज़ोन हैं। 24,580/80,300 से नीचे की गिरावट मौजूदा तेजी को कमजोर कर सकती है।
चॉइस ब्रोकिंग के सीनियर तकनीकी एवं डेरिवेटिव विश्लेषक, मंदार भोजने ने कहा,"बाजार एक कंसोलीडेशन रेंज के भीतर मजबूती दिखा रहा है। टेक्निकल मोमेंटम में सुधार और मजबूत घरेलू निवेश के साथ,निकट भविष्य का रुझान सकारात्मक बना हुआ है। ट्रेडरों को गिरावट पर खरीदारी की रणनीति अपनानी चाहिए और बैंकिंग,आईटी और ऑटो जैसे सेक्टरों के क्वालिटी शेयरों पर फोकस करना चाहिए।"
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