Share market : नेपियन कैपिटल ( Nepean Capital) के को-फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर गौतम त्रिवेदी का कहना है कि 2025 में बाजार की शुरुआत खराब हुई है। 2024 में जिस तरह से एफआईआई के बिकवाली आई शायद उतना प्रेशर न आए लेकिन इस साल भी पहले 2 या 3 महीनों तक भारत में FIIs के लौटने की उम्मीद नहीं है। CNBC-आवाज़ के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि FIIs के नजरिए से बाजार का वैल्यूएशन अभी भी महंगा है और FIIs को US बाजार में ज्यादा रिटर्न मिला है। ऐसे में FIIs के भारत की तरफ जल्दी रुख करने की उम्मीद नहीं है। रुपए में स्थिरता आने तक बड़ा पैसा आने की उम्मीद नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि घरेलू बाजार में MF का पैसा बाजार में आता रहेगा। लेकन रिटेल और HNI फ्लो बाजार के मूड पर निर्भर करता है। देश में प्राइवेट सेक्टर कैपेक्स में बड़े पैमाने पर बढ़त देखने को नहीं मिली है। सिर्फ सरकार की तरफ से होने वाले कैपेक्स से ही इकोनॉमी बढ़ रही है। तीसरी तिमाही के नतीजों के बाद कैपिटल गुड्स को साथ ही और सभी सेक्टरों में भी करेक्शन आ सकता है। अभी तक सरकारी कैपेक्स से ही इकोनॉमी को मजबूती मिल रही है। प्राइवेट कैपेक्स में तेजी से ही लोन ग्रोथ बढ़ेगी।
गौतम त्रिवेदी का कहना है कि मार्केट का वैल्यूएशन बहुत महंगा हो गया था। ऐसे में ये करेक्शन बाजार के लिए हेल्दी है। कुछ सेक्टर और शेयर तो ऐसे हैं जहां वैल्यूएशन आसमान को छू रहा है। वहां पर करेक्शन आना ही चाहिए। बाजार में अच्छे करेक्शन के बाद फिर से निवेश आएगा।
उन्होंने आगे कहा कि पेंट सेक्टर में प्रतिसपर्धा बढ़ गई है। ऐसे में जब तक इकोनॉमी में ग्रोथ नहीं आती तब तक इस सेक्टर में दबाव बना रहेगा। वहीं, एचडीएफसी बैंक पर बात करते हुए गौतम ने कहा कि जब तक प्राइवेट कैपेक्स में तेजी नहीं आती तब कर लोन ग्रोथ में बढ़त नहीं होगी। बैंकिंग शेयरों के आगे बढ़ने के लिए प्राइवेट कैपेक्स में तेजी आनी जरूरी है।
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