Metal Stocks: पांच बड़ी वजह, और लगातार तीसरे दिन उछल पड़े मेटल शेयर

Metal Stocks: घरेलू मार्केट में शुरुआती उठा-पटक के बाद खरीदारी का रुझान आया। वहीं दूसरी तरफ मेटल शेयरों में आज लगातार तीसरे कारोबारी दिन अच्छी खरीदारी दिखी। खरीदारी के इस माहौल में आज मेटल कंपनियों के शेयर 5% तक उछल पड़े। जानिए मेटल शेयरों में इस तेजी की वजह क्या है और निवेश के लिए ब्रोकरेजेज की पसंद क्या है?

अपडेटेड Sep 03, 2025 पर 3:03 PM
Story continues below Advertisement
Metal Stocks: कमजोर डॉलर और भारतीय इकॉनमी की मजबूत ग्रोथ पर मेटल कंपनियों के शेयरों में आज लगातार तीसरे कारोबारी दिन जोरदार तेजी आई। (File Photo- Pexels)

Metal Stocks: कमजोर डॉलर और भारतीय इकॉनमी की मजबूत ग्रोथ पर मेटल कंपनियों के शेयरों में आज लगातार तीसरे कारोबारी दिन जोरदार तेजी आई। 14 दिग्गज मेटल कंपनियों का निफ्टी इंडेक्स निफ्टी मेटल (Nifty Metal) करीब 3 फीसदी उछल गया। आज लगातार तीसरे कारोबारी दिन यह ऊपर चढ़ा है। सबसे तेज तो टाटा स्टील (Tata Steel) का शेयर चढ़ा जो करीब 5% उछल गया। वहीं सेल (SAIL) और जिंदल स्टील एंड पावर (Jindal Steel & Power) के शेयर 4%-4% उछल गए। वेलस्पन कॉर्प (Welspun Corp), नालको (NALCO), हिंदुस्तान कॉपर (Hindustan Copper) और जेएसडब्ल्यू स्टील (JSW Steel) के शेयर 3% से अधिक उछल गए। इसके अलावा हिंडालको (Hindalco), एनएमडीसी (NMDC) और वेदांता (Vedanta) के शेयर भी 2%-2% उछल पड़े।

इन वजहों से मेटल शेयरों में जोरदार तेजी

जीडीपी के मजबूत आंकड़े

चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में भारतीय इकॉनमी 7.8% की रफ्तार से बढ़ी। यह जीडीपी ग्रोथ के आरबीआई के अनुमान 6.5% से काफी अधिक रहा। मनीकंट्रोल के पोल में भी औसतन 6.6% की ग्रोथ का अनुमान लगाया गया था। जीडीपी की मजबूत ग्रोथ से भारतीय इकॉनमी में भरोसा बढ़ सकता है और मेटल स्टॉक्स को इसका फायदा मिल सकता है। ब्रोकरेज फर्म Emkay Global का कहना है कि घरेलू मांग अभी भी सुस्त बनी हुई है लेकिन मार्केट को मानसून के बाद की रिकवरी, सरकारी कैपिटल एक्सपेंडिचर और जीएसटी रिफॉर्म से उम्मीदें हैं। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि मेटल सेक्टर में इसकी पसंद टाटा स्टील और सेल है।


जीएसटी रिफॉर्म

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अगुवाई में 3-4 सितंबर को जीएसटी परिषद की नई दिल्ली में बैठक हो रही है। इसमें जीएसटी स्लैब को आसान 5% और 18% में करने के केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर विचार-विमर्श होगा। स्टॉककार्ट (Stoxkart) के डायरेक्टर और सीईओ प्रणय अग्रवाल का कहना है कि जीएसटी सुधार और दरों में कटौती से कंप्लॉयंस कॉस्ट में कमी आएगी, एफिशिएंसी में सुधार होगा और अफोर्डेबिलिटी बढ़गी, जिससे ग्रोथ तेज हो सकती है। प्रणय के मुताबिक घर बनाने से जुड़े सामानों पर कम जीएसटी से रियल एस्टेट की मांग बढ़ेगी और मेटल जैसी अधिक पूंजी जरूरतों वाली इंडस्ट्रीज को भी फायदा मिलेगा।

अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती

अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल ने 22 अगस्त को कहा था कि लेबर मार्केट की सुस्ती के चलते ही जल्द ही अमेरिकी केंद्रीय बैंक को ब्याज दरों में कटौती करने के लिए मजबूर कर सकता है। अधिकतर निवेशकों को उम्मीद है कि 16-17 सितंबर को होने वाली अपनी बैठक में फेड ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती कर सकता है। ये दरें हल्की होने पर विदेशी निवेशकों की उधारी लागत कम हो सकती है, जिससे वे भारत जैसे हाई ग्रोथ वाले मार्केट में निवेश के लिए प्रोत्साहन मिल सकता है और मेटल स्टॉक्स को भी इसका फायदा मिलेगा।

कमजोर डॉलर

न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक डीबीएस की एक रिपोर्ट के बाद डॉलर में काफी कमजोरी आई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी फेड में ट्रंप की नियुक्तियों से डॉलर पर और दबाव पड़ने के आसार हैं। रिपोर्ट के मुताबिक लेबर मार्केट में पहले ही सुस्ती छाई है और फेड के प्रमुख जेरोम पॉवेल ब्याज दरों में कटौती की संभावना का संकेत दे चुके हैं। डीबीएस के मुताबिक अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती की संभावना पर ओवरवैल्यू हो चुके डॉलर में और नरमी आ सकती है। डॉलर की कमजोरी से मेटल्स की वैश्विक मांग में सुधार होता है, जिससे भारतीय मेटल कंपनियों को निर्यात के बेहतरीन मौकों और बेहतर प्राइसिंग के जरिए फायदा मिलता है।

स्टील का उत्पादन घटाने की चीन की योजना

न्यूज एजेंसी रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन की योजना वर्ष 2025 और 2026 के बीच स्टील का उत्पादन घटाने की है ताकि अतिरिक्त क्षमता से निपटा जा सके। चीन में उत्पादन कम होता है तो भारतीय मार्केट में सस्ते मेटल की डंपिंग कम हो सकती है और भारतीय मेटल कंपनियों को फायदा हो सकता है। ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए ने तो मेटल और माइनिंग कंपनियों के लिए वित्त वर्ष 2026-28 के ऑपरेटिंग प्रॉफिट के अनुमान को (-) 4% से 8% कर दिया है। मेटल्स में भी बात करें तो डिमांड के मुकाबले टाइट सप्लाई के चलते सीएलएसए की पसंद एलुमिनियम बनी हुई है।

Urban Company IPO: प्रमोटरों की संपत्ति में 10,000 गुना का इजाफा, शुरुआती निवेशक भी हुए मालामाल

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

Jeevan Deep Vishawakarma

Jeevan Deep Vishawakarma

First Published: Sep 03, 2025 3:02 PM

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।