MF Investment : PPFAS की लार्ज कैप फंड लाने की तैयारी, SEBI से RIETS को मिली बड़ी राहत, क्या हो आपकी रणनीति

MF Investment: राज मेहता ने बताया कि PPFAS को सेबी से GIFT सिटी में 2 नए पैसिव फंड लॉन्च करने की मंजूरी मिली है। दोनों पैसिव (इंडेक्स) फंड होंगे और गिफ्ट सिटी (IFSC) में रजिस्टर्ड होंगे। पहला फंड NASDAQ 100 इंडेक्स को ट्रैक करेगा। दूसरा फंड MSCI EAFE इंडेक्स को ट्रैक करेगा। दूसरे फंड में यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, जापान, UK, फ्रांस, जर्मनी की कंपनियां होंगी

अपडेटेड Dec 05, 2025 पर 2:49 PM
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REIT यानी रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट, रियल एस्टेट में निवेश का तरीका है। ये स्टॉक मार्केट में शेयर की तरह ट्रेड होते हैं। निवेशकों का पैसा रियल एस्टेट में निवेश होता है

MF Investment: इन दिनों पराग पारेख फंड सुर्खियों में बना हुआ है। दरअसल फंड हाउस अगले साल लार्ज कैप फंड लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। AMC का फ्लेक्सी कैप फंड पहले से सुपरहिट है। ऐसे में सवाल उठे रहे हैं कि फ्लेक्सी कैप के होते हुए लार्जकैप फंड लाने की क्या जरूरत है। इसके साथ ही पराग पारेख फंड को सेबी से गिफ्ट सिटी में 2 नए पैसिव फंड लॉन्च करने की मंजूरी मिल गई है। इसके साथ ही SEBI से RIETS को बड़ी राहत मिली है। ऐसे में RIETS में निवेश कितना दमदार है, आज हम इन्हीं मुद्दों पर फोकस करेंगे। पहले बात करते हैं PPFAS के लार्ज कैप फंड की जिस पर बात करने के लिए हमारे साथ हैं PPFAS Mutual Fund के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और फंड मैनेजर इक्विटी, राज मेहता।

गिफ्ट सिटी में PPFAS के फंड लॉन्च

राज मेहता ने बताया कि PPFAS को सेबी से GIFT सिटी में 2 नए पैसिव फंड लॉन्च करने की मंजूरी मिली है। दोनों पैसिव (इंडेक्स) फंड होंगे और गिफ्ट सिटी (IFSC) में रजिस्टर्ड होंगे। पहला फंड NASDAQ 100 इंडेक्स को ट्रैक करेगा। दूसरा फंड MSCI EAFE इंडेक्स को ट्रैक करेगा। दूसरे फंड में यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, जापान, UK, फ्रांस, जर्मनी की कंपनियां होंगी। दोनों फंड्स निवेशकों को ग्लोबल कंपनियों में पैसिव तरीके से निवेश के रास्ते खोलेगा।


PPFAS लार्ज कैप फंड

2026 में लार्ज कैप फंड लॉन्च की तैयारी है। लार्ज कैप फंड को लेकर निवेशकों की डिमांड बढ़ी है। फ्लेक्सी कैप फंड का AUM भी ज्यादा होने से नए फंड की डिमांड बढ़ी है। अभी फ्लेक्सी कैप फंड का AUM 1.25 लाख करोड रुपए से ज्यादा है। SEBI नियमों के तहत फ्लेक्सी कैप में लार्ज कैप एक्सपोजर सीमित है। इसके चलते नए फंड लार्ज कैप फंड की जरूर पड़ी।

PPFAS लार्ज कैप फंड की खासियत

यह फंड टॉप 100 लार्ज कैप कंपनियों पर फोकस करेगा। वैल्यू इन्वेस्टिंग स्ट्रैटेजी अपनाएगा (वॉरेन बफेट)। इसको फंड मैनेजर राजीव ठक्कर और उनकी टीम संभालेंगे।

कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड मजबूत है। इसके फ्लेक्सी कैप फंड ने 10 साल में सालाना 18 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिए हैं।

पैसिव और लार्ज कैप फंड्स में फर्क होता है। पैसिव फंड बस इंडेक्स को कॉपी करते हैं। जो स्टॉक इंडेक्स में है,उसी वेटेज से शेयर खरीदते हैं। PPLCF में फंड मैनेजर को आजादी होगी। यहां स्मॉर्ट स्टॉक सेलेक्शन पर फोकस होगा। कब, कितने में और कैसे खरीदना-बेचना है,फंड मैनेजर ये फैसला लेगा।

स्टॉक वेटेज 10% तक रहेगा सीमित

पैसिव फंड्स में 2-3 बड़ी कंपनियां 12-15% तक वेट ले लेती हैं। PPLCF में किसी भी एक शेयर का वेट 10% से ज्यादा नहीं होगा। वेटेज कम होने से रिस्क भी घटेगा

इस में लार्जकैप से बाहर निवेश की भी छूट होगी। 20% तक मिडकैप, स्मॉल कैप, ग्लोबल शेयर और डेट में निवेश कर सकते हैं। ज्यादातर इंडेक्स लार्जकैप फंड्स 100% टॉप-100 कंपनियों में ही फंसे रहते हैं। इसमें कम खर्च पर एक्टिव फंड का फायदा देने को कोशिश है। एक्सपेंस रेश्यो पैसिव फंड्स जितना ही कम रखने की कोशिश (0.3-0.5% के करीब) है।

क्या है REITs?

आइए अब जान लेते हैं कि रिट्स क्या हैं। REIT यानी रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट, रियल एस्टेट में निवेश का तरीका है। ये स्टॉक मार्केट में शेयर की तरह ट्रेड होते हैं। निवेशकों का पैसा रियल एस्टेट में निवेश होता है। इसमें बड़ी कमर्शियल बिल्डिंग्स में छोटा-छोटा हिस्सा मिलता है। ये ऑफिस, मॉल, वेयरहाउस में निवेश का मौका देते हैं। SEBI के नियमों से पूरा सिस्टम रेगुलेटेड होता है। इस को REIT ऑफ डायरेक्टर और ट्रस्टीज द्वारा मैनेज किया जाता है। इसमें प्रॉपर्टी की कीमत लगातार बढ़ने से फायदा है।

भारत में कितने REITs?

Embassy Office Parks REIT, Brookfield India Real Estate Trust, Mindspace Business Parks REIT, Nexus Select Trust और Knowledge Realty Trust (KRT) भारत के REITs हैं।

REITs में निवेश के फायदे

इसमें कमर्शियल प्रॉपर्टी में निवेश होता है। प्रॉपर्टी से रेंटल इनकम मिलती है। रेंटल इनकम की 80-90% रकम डिविडेंड में मिलती है। ये शेयर बाजार पर भी लिस्टेड होते हैं। किसी कंपनी की तरह इनके शेयर की ट्रेडिंग होती है। थोड़े पैसों में बड़े रियल एस्टेट का हिस्सा बनने की सुविधा मिलती है। हर 3 महीने पर स्टेबल रिटर्न्स मिलते हैं।

कितने प्रकार के REITs

ये हैं इक्विटी REITs, रिटेल REITs,रेजिडेंशियल REITs, हेल्थकेयर REITs।

REITs में निवेश के फायदे

इसमें छोटी रकम से भी बड़े प्रोजेक्ट में निवेश हो सकता है। सभी लेन-देन SEBI की निगरानी में होते हैं। निवेश से डायवर्सिफिकेशन का फायदा मिलता है। MF से निवेश आसान और रिस्क काफी कम होता है। यूनिट होल्डर्स के लिए ये लिक्विड इन्वेस्टमेंट का काम करते हैं। जरूरत पड़ने पर आराम से पैसे निकाल सकते हैं। यूनिट होल्डर्स एक क्लिक से एक्जिट ले सकते हैं। इसमें रेगुलर इनकम का फायदा मिलता है।

REITs में निवेश का तरीका

इनमें म्यूचुअल फंड और ETF के जरिए निवेश हो सकता है। म्यूचुअल फंड की अलग से REIT कैटेगरी होती है। इंटरनेशनल REIT में निवेश कर सकते हैं। FoF के जरिए इंटरनेशनल REIT में निवेश किया जा सकता है। इनमें पहले मिनिमम 50,000 रुपए से निवेश होता था। अब मिनिमम निवेश लिमिट 10-15 हजार रुपए है। इसमें ज्यादा से ज्यादा कितना भी निवेश कर सकते हैं। अभी 3 REIT बाजार में लिस्टेड हैं। डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए। लिस्टेड REIT की यूनिट खरीद सकते हैं। Market Price देखकर Units खरीदें।

 

 

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