बिग मार्केट वाइसेज में आज मार्केट फंडामेंटल पर चर्चा के लिए आज सीएनबीसी-आवाज़ के साथ जुड़े Emkay Investment Managers के CIO मनीष सोंथालिया जुड़े हैं। इनको इक्विटी फंड मैनेजमेंट का करीब 3 दशकों का अनुभव है। सेंट जेवियर्स कॉलेज, कोलकाता से कॉमर्स ग्रेजुएट मनीष द इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एंड वर्क्स अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया, द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया और द इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया के सदस्य भी हैं। उन्होंने IISWBM से फाइनेंस में एमबीए किया है। आइये जानते हैं बाजार की इस गिरावट में उनकी स्ट्रैटेजी क्या है।
इस समय लार्जकैप में ज्यादा कंफर्ट
मनीष सोंथालिया ने बाजार पर बात करते हुए कहा कि कंज्यूमर सेक्टर में खास ग्रोथ नहीं है। इकोनॉमी में खर्च की कमी नजर आ रही है। कंपनियों के नतीजे भी अच्छे नहीं रहे हैं। इस समय लार्जकैप में ज्यादा कंफर्ट है। इंडेक्स में अब ज्यादा गिरावट की आशंका नहीं है। कंज्यूमर सेगमेंट में गिरावट से नतीजों पर असर पड़ा है। फेस्टिव सीजन के बाद ऑटो में सुस्ती के आसार हैं। खरीफ सीजन अच्छा रहने से रुरल माहौल सुधर सकता है।
डिस्क्रिशनरी से जुड़े स्पेस में दबाव
मनीष का कहना है कि इस समय डिस्क्रिशनरी से जुड़े स्पेस में दबाव देखने को मिल रहा है। वहीं, कैपिटल गुड्स शेयरों का वैल्युएशन महंगा नजर आ रहा है। FIIs की बिकवाली थमने के संकेत नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में IT, फार्मा, बैंक जैसे स्पेस बेहतर नजर आ रहे हैं। इस समय तीन-चार सेक्टर में ही कैपिटल प्रोटेक्शन की उम्मीद दिख रही है।
सरकारी और निजी बैंक के शेयर बेहतर आ रहे नजर
मनीष की राय है कि सरकारी और निजी बैंक के शेयर बेहतर नजर आ रहे हैं। वहीं, कंज्यूमर डिस्क्रिशनरी और कैपिटल गुड्स पर सतर्क नजरिया बनाए रखने की सलाह होगी। डिफेंस, रेलवे और इंफ्रा को लेकर भी सतर्क नजरिया रखें। आगे मोनोपॉली वाली PSU कंपनियों की ग्रोथ बढ़ सकती है।
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