देश के जाने-माने ब्रोकरेज मोतीलाल ओसवाल (MOFSL) ने Q4 नतीजों पर अपनी रिपोर्ट जारी कर दी है। ब्रोकरेज की इंडिया स्ट्रैटेजी रिपोर्ट में कहा गया है कि चौथी तिमाही के नतीजे अनुमान से अच्छे रहे हैं। इस अवधि में 13 सेक्टर के नतीजे अनुमान से अच्छे रहे हैं। कवरेज वाली कंपनियों की अर्निंग ग्रोथ सालाना आधार पर 10 फीसदी रही है। चौथी तिमाही को मेटल और OMCs की अर्निंग्स से बूस्ट मिला है। लो मेटल सेक्टर की प्रॉफिट में सालाना आधार पर 45 फीसदी का उछाल आया है। OMCs के मुनाफे में सालाना आधार पर 14 फीसदी का उछाल देखने को मिला है। गिरावट के अनुमान के मुकाबले OMCs का मुनाफा बढ़ा है। लगातार चौथी तिमाही में निफ्टी में सिंगल डिटिज ग्रोथ देखने को मिली है।
लार्जकैप और मिडकैप के नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे हैं। स्मॉलकैप कंपनियों के नतीजे अनुमान से कमजोर रहे हैं। 86 लार्जकैप कंपनियों की अर्निंग ग्रोथ सालाना आधार पर 10 फीसदी रही है। 86 मिडकैप कंपनियों की अर्निंग ग्रोथ सालाना आधार पर 19 फीसदी रही है। स्मॉलकैप की अर्निंग्स में सालाना आधार पर 16 फीसदी की कमी देखने को मिली है। लार्जकैप की 21 फीसदी कंपनियों के नतीजे अनुमान से कम रहे हैं। मिडकैप की 25 फीसदी कंपनियों के नतीजे अनुमान से कमजोर रहे हैं। 41 फीसदी कंपनियों के नतीजे अनुमान से अच्छे रहे हैं। 29 फीसदी कंपनियो का मुनाफा अनुमान से कम रहा है।
13 सेक्टर का मुनाफा अनुमान से ज्यादा रहा है। 9 सेक्टर का मुनाफा अनुमान के मुताबिक रहा है। 3 सेक्टर का मुनाफा अनुमान से कमजोर रहा है। MOFSL की कवरेज वाली 297 में 122 कंपनियों के नतीजे अनुमान से अच्छे रहे हैं।
Q4 मुनाफे में कहां आया उछाल, कहां रही नरमी
MOFSL की रिपोर्ट के मुताबिक चौथी तिमाही में मेटल सेक्टर के मुनाफे में 45 फीसदी, OMCs के मुनाफे में 14 फीसदी, PSU बैंक के मुनाफे में 9 फीसदी, ऑटोमोबाइल के मुनाफे में 8 फीसदी,टेक्नोलॉजी के मुनाफे में 7 फीसदी, हेल्थेकयर के मुनाफे में 17 फीसदी, कैपिटल गुड्स के मुनाफे में 14 फीसदी और कंज्यूमर ड्यूरेबल के मुनाफे में 37 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। वहीं, दूसरी तरफ ऑयल एंड गैस (ex-OMCs) में 12 फीसदी की और निजी बैंक में 6 फीसदी के मुनाफे में 6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है।
मेटल, OMCs, PSU बैंक, ऑटोमोबाइल, हेल्थकेयर, टेक्नोलॉजी और कैपिटल गुड्स Q4 के हीरो सेक्टर रहे हैं। वहीं, ऑयल एंड गैस (ex-OMCs) और प्राइवेट बैंक चौथी तिमाही के जीरो सेक्टर रहे हैं।
Q4 नतीजों में सबसे ज्यादा योगदान
भारती एयरटेल, हिंडाल्को, ICICI बैंक, टाटा मोटर्स और HDFC बैंक ने चौथी तिमाही के नतीजों को सबसे ज्यादा मजबूती दी है। वहीं, इंडसइंड बैंक, ONGC, SBI, कोटक महिंद्रा बैंक और ग्रासिम ने चौथी तिमाही के नतीजों पर सबसे ज्यादा दबाव बनाया है।
FY26 अर्निंग्स से उम्मीदें
मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि वित्त वर्ष 2026 में SALES ग्रोथ सालाना आधार पर 4 फीसदी रह सकती है। वहीं,EBITDA 12 फीसदी और PAT ग्रोथ 14 फीसदी रह सकती है।
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