गोयल एल्युमिनियम्स (Goyal Aluminiums), एल्युमिनियम सेक्टर की एक स्मॉल कैप गिनती है। इसकी गिनती शेयर बाजार के उन मल्टीबैगर शेयरों (Multibagger Shares) में होती है, जिसने पिछले 5 सालों में अपने निवेशकों को लगातार मोटा रिटर्न दिया है। अब इस कंपनी ने इलेक्ट्रिक-स्कूटर के कारोबार में उतरने का ऐलान किया है, जिसके बाद एक बार फिर से इसके शेयर सुर्खियों में है। कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बताया कि उसने 'रॉली ई इंडिया (Wroley E India)' नाम से एक नई यूनिट का गठन किया है। यह यूनिट भारतीय बाजार को ध्यान में रखते हुए ई-स्कूटर और धीमी गति वाले ई-स्कूटरों का निर्माण करेगी।
कंपनी ने बताया कि उसका यह फैसला भारत सरकार के 'क्लीन इंडिया, ग्रीन इंडिया' पहल से मेल खाता है, जिसके तहत देश में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को रोकने का लक्ष्य रखा गया है। कंपनी ने यह भी बताया है कि रॉली ई इंडिया ने श्री राम फाइनेंस (Shri Ram Finance) के साथ एक समझौता भी किया है, जो उसके ई-स्कूटरों की खरीदने के इच्छुक ग्राहकों को फाइनेंस से जुड़े समाधान ऑफर करेगी।
इस बीच Goyal Aluminiums के शेयर आज बीएसई पर 2.16% बढ़कर 286.60 रुपये के भाव पर बंद हुए। पिछले 6 महीने में कंपनी के शेयरों में 218.44% की तेजी आ चुकी है। वहीं पिछले एक साल में इसने अपने निवेशकों को 233.26% का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है।
बीएसई पर Goyal Aluminiums के शेयरों में पहली बार कारोबार 27 मार्च 2018 को शुरू हुआ था और तब इसके शेयरों की कीमत महज 11.49 रुपये थी, जो अब बढ़कर 286.60 रुपये पर पहुंच गया है। इस तरह पिछले करीब 5 सालों में इस कंपनी के शेयरों में 2,394.34% की भारी तेजी आई है।
इसका मतलब है कि अगर किसी निवेशक ने आज से 5 साल पहले गोयल एल्युमिनियम्स के शेयरों में 1 लाख रुपये का निवेश किया होता और आजतक उस निवेश को बेचा नहीं होता, सिर्फ 5 साल में आज उसके 1 लाख रुपये की वैल्यू बढ़कर 24.94 लाख रुपये हो गई होती। वहीं पिछले एक साल में इसने अपने निवेशकों के पैसों को तीन गुने से अधिक बढ़ा दिया है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।