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Muthoot Finance और Manappuram Finance के शेयर 7% तक लुढ़के, RBI की एक एडवायजरी से बिकवाली

दिसंबर 2023 तिमाही तक Muthoot Finance के AUM में गोल्ड लोन की हिस्सेदारी 84% और Manappuram Finance के AUM में 51% थी। गोल्ड लोन देने वाले कुछ बड़े NBFCs ने कैश डिस्बर्सल पर स्पष्टता के लिए आरबीआई से संपर्क किया था। इसके बाद RBI की ओर से एडवायजरी लेटर भेजा गया। मार्च 2024 में RBI ने IIFL Finance को गोल्ड लोन देने से रोक दिया था

अपडेटेड May 09, 2024 पर 4:27 PM
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मणप्पुरम का 40% लोन डिस्बर्समेंट नकद में होता है और लगभग 56% गोल्ड लोन कारोबार ऑनलाइन होता है।

9 मई को गोल्ड लोन कंपनियों मुथूट फाइनेंस और मणप्पुरम फाइनेंस के शेयर में 9 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। CNBC-TV18 ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने NBFCs को कैश डिस्बर्समेंट पर आयकर अधिनियम के प्रावधान का सख्ती से पालन करने के लिए कहा है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि किसी भी NBFC को 20,000 रुपये से अधिक की ऋण राशि नकद में नहीं बांटनी चाहिए। इस खबर के सामने आने के बाद गोल्ड लोन कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का दबाव है।

मुथूट फाइनेंस (Muthoot Finance) का शेयर सुबह बीएसई पर ​लाल निशान में 1656.20 रुपये पर खुला। कुछ ही देर में यह पिछले बंद भाव से करीब 9 प्रतिशत तक लुढ़ककर 1510 रुपये के लो तक गया। हालांकि बाद में शेयर संभला और कारोबार खत्म होने पर 3.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1598.95 रुपये पर सेटल हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 64200 करोड़ रुपये के करीब है।

वहीं मणप्पुरम फाइनेंस (Manappuram Finance) का शेयर बीएसई पर सुबह 175.25 रुपये पर खुला और फिर पिछले बंद भाव से 8 प्रतिशत तक गिरकर 165.05 रुपये के लो पर पहुंच गया। कारोबार खत्म होने पर शेयर 7.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 166.85 रुपये पर सेटल हुआ।

कंपनी का मार्केट कैप 14000 करोड़ रुपये पर आ गया है।


गोल्ड लोन NBFCs ने मांगी थी स्पष्टता

सूत्रों के मुताबिक, गोल्ड लोन देने वाले कुछ बड़े NBFCs ने कैश डिस्बर्सल पर स्पष्टता के लिए आरबीआई से संपर्क किया था। इसके बाद RBI की ओर से एडवायजरी लेटर भेजा गया। कहा जा रहा है कि यह एडवायजरी विशेष रूप से केरल स्थित गोल्ड-लोन NBFCs को भेजी गई थी। इस साल मार्च में केंद्रीय बैंक ने IIFL Finance को कैश डिस्बर्सल मानदंडों के उल्लंघन के लिए गोल्ड लोन देने से रोक दिया था।

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गोल्ड फाइनेंसरों को परिचालन में करना होगा बदलाव

ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि RBI के इस कदम के बाद गोल्ड फाइनेंसरों को परिचालन में बदलाव करना होगा। दिसंबर 2023 तिमाही तक मुथूट फाइनेंस के एसेट्स अंडर मैनेजमेंट में गोल्ड लोन की हिस्सेदारी 84% और मणप्पुरम के एसेट्स अंडर मैनेजमेंट में 51% थी। मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, मणप्पुरम का 40% लोन डिस्बर्समेंट नकद में होता है और लगभग 56% गोल्ड लोन कारोबार ऑनलाइन होता है। मुथूट के 40% गोल्ड लोन का लेनदेन ऑनलाइन होता है।

Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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