बाजार में पिछले कुछ दिनों से जारी उठापटक के बीच मनीकंट्रोल ने मार्केट सेंटीमेंट पर एक सर्वेक्षण किया। मनीकंट्रोल के नवीनतम मार्केट सेंटीमेंट सर्वे में पाया गया है कि वैश्विक मंदी की बढ़ती चिंताओं के बावजूद फंड मैनेजर्स को चालू वित्त वर्ष में इसके आगे बहुत ज्यादा गिरावट की उम्मीद नहीं दिखती है। सर्वे के मुताबिक फंड मैनजर्स को बेंचमार्क इंडेक्स में 5-10 प्रतिशत से अधिक गिरावट की उम्मीद नहीं है।
इस सर्वेक्षण में शामिल सात फंड मैनेजरों में से छह ने बाजार में केवल 5-10 प्रतिशत गिरावट की उम्मीद जताई। जबकि एक ने बाजार में 20 प्रतिशत तक की गिरावट की उम्मीद जताई है।
बेंचमार्क इंडेक्स, निफ्टी 50 और बीएसई-सेंसेक्स इस महीने की शुरुआत में अपने हालिया उच्च स्तर से पहले ही 5 प्रतिशत के करीब गिर चुके हैं। जबकि अक्टूबर 2021 में अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से करीब 10 प्रतिशत नीचे कारोबार कर रहे हैं।
फंड मैनेजर्स को यह भी उम्मीद है कि घरेलू बाजार जून में अपने 52-वीक लो पर पहुंचने के बाद हासिल की गई बढ़त को कंसोलिडेट करेगा। फंड मैनेजर्स ने सुझाव दिया कि ‘buying the dip’ यानी कि गिरावट में खरीदारी करना संभवतः आगे के बाजार में सबसे अच्छी रणनीति साबित होगी।
सर्वे में दिलचस्प बात यह रही कि सात फंड मैनेजर्स में से पांच का मानना था कि भारतीय बाजारों ने इस साल के अंत में या 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी की संभावनाओं को पहले से ही आंशिक रूप से पचा लिया है। फंड मैनेजर्स ने कहा कि इसलिए फिलहाल भारतीय बाजारों के लिए नकारात्मक जोखिम तुलनात्मक रूप से कम नजर आ रहा है।
इस दौरान ज्यादातर फंड मैनेजर्स का कहना रहा कि महंगाई के दबाव के बावजूद भारतीय कॉर्पोरेट जगत की कमाई में 10-15 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिल सकता है।
वहीं अगले 3 साल की अवधि के लिए फंड मैनेजर्स ने एक सुर में भारतीय डिफेंस कंपनियों के स्टॉक्स में निवेश करने की सलाह दी है। उनका मानना है कि सरकार द्वारा डिफेंस सेक्टर की कंपनियों को स्वदेशीकरण के चलते बड़े ऑर्डर मिल रहे हैं जिसका फायदा स्टॉक्स को होगा। वहीं बैंकिंग स्टॉक्स पर उनकी राय अलग-अलग रही।
डॉलर की तुलना में रुपये में दिख रही रिकॉर्ड गिरावट पर फंड मैनेजर्स ने आशावादी रवैया अपनाया है। उनका मानना है कि इस कैलेंडर वर्ष में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत होकर 78 से 80 रुपये के स्तर तक जा सकता है। बता दें कि 26 सितंबर को भारतीय रुपये में रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिली थी और वह 81.62 के स्तर पर पहुंच गया था।
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)