BSE Share Price: बाजार नियामक सेबी के प्रमुख तुहिन कांता पांडेय (SEBI Chief Tuhin Kanta Pandey) ने जैसे ही कहा कि वीकली एफएंडओ एक्सपायरीज को ऐसे ही नहीं बंद किया जा सकता है, बीएसई के शेयरों में जोश आ गया। सेबी प्रमुख तुहिन कांता पांडेय ने कहा कि कई मार्केट पार्टिसिपेंट्स F&O (Future & Options) एक्सपायरीज का इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसे ऐसे ही नहीं बंद कर सकते हैं। इस बयान ने बीएसई के शेयरों में जोश भर दिया। इससे पहले बीएसई के शेयर इंट्रा-डे में 4.78% टूटकर ₹2326.10 पर आ गया था। सेबी के बयान पर निचले स्तर से यह 7.21% रिकवर होकर ₹2,493.90 पर पहुंच गया। एक कारोबारी दिन पहले एनएसई पर यह ₹2442.80 पर बंद हुआ था और आज यह 1.53% की बढ़त के साथ ₹2,480.10 पर बंद हुआ है।
क्या है पूरा मामला, पहले क्यों टूटे और फिर कैसे रिकवर हुए शेयर?
सेबी के प्रमुख तुहिन कांता पांडेय ने कहा था कि चरणबद्ध तरीके से फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) पर नए नियम लाएगी। मुंबई में एक समारोह में सेबी प्रमुख ने कहा कि एफएंडओ ट्रेडिंग को लेकर डेटा जुटाए जा रहे हैं। हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि सेबी वीकली एफएंडओ एक्सपायरी को खत्म करने पर विचार कर रहा है ताकि मार्केट में स्पेकुलेशन कम हो सके और कैश मार्केट ट्रेडिंग में सुधार हो सके। इसके चलते बीएसई के शेयरों पर दबाव बना।
हालांकि आज सेबी के प्रमुख ने कहा कि अब वीकली एफएंडओ एक्सपायरी बहुत संवेदनशील मामला है और इसमें कई बारीकियां हैं। बीएस बीएफएसआई समिट में उन्होंने कहा कि डेरिवेटिव्स मार्केट में एक दिक्कत है जिसे सेबी ने पहचान लिया है। हालांकि उन्होंने आगे कहा कि यह देखना ज़रूरी है कि छोटे या बाजार की कम समझ रखने वाले लोगों को इसे लेकर उत्साह नियंत्रण में है या नहीं तो वीकली एफएंडओ एक्सपायरी को ऐसे ही नहीं बंद किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि सेबी वीकली ऑप्शंस इश्यू पर आगे और आंकड़े जुटाएगा। इससे बीएसई के शेयरों को सपोर्ट मिला।
एक साल में कैसी रही BSE के शेयरों की चाल?
बीएसई के शेयरों ने निवेशकों की शानदार कमाई कराई है और फटाफट पैसा डबल किया है। 11 मार्च 2025 को एनएसई पर यह ₹1227.33 पर था जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। इस निचले स्तर से तीन ही महीने में यह 146.88% उछलकर 10 जून 2025 को ₹3030.00 के भाव पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई लेवल है यानी तीन ही महीने में निवेशकों का पैसा करीब ढाई गुना हो गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।