SEBI के नए नियमों से Nifty Bank में उथल-पुथल, होंगे ये बड़े बदलाव

बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने एक सर्कुलर जारी किया है, जिसका मुख्य रूप से निफ्टी बैंक (Nifty Bank) पर असर पड़ सकता है। जानिए सेबी ने सर्कुलर में क्या कहा है और इसका दिग्गज बैंकों के निफ्टी इंडेक्स निफ्टी बैंक (Nifty Bank) पर इसका कैसे असर पड़ सकता है और ब्रोकरेज फर्म का क्या कहना है?

अपडेटेड Oct 31, 2025 पर 12:24 PM
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30 सितंबर तक एचडीएफसी बैंक का निफ्टी बैंक में वेटेज 28.49%, ICICI बैंक का 24.38%, और एसबीआई का 9.17% था। कोटक महिंद्रा बैंक (8.97%) और एक्सिस बैंक (8.78%) भी टॉप के पांच स्टॉक्स में शामिल हैं।

घरेलू स्टॉक मार्केट में आज काफी उठा-पटक के बीच बैंकिंग शेयरों में भी काफी उठा-पटक दिखी। बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने इलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को लागू करने को लेकर सर्कुलर जारी किया है, जिससे निफ्टी बैंक इंडेक्स पर असर पड़ेगा। सेबी के सर्कुलर में कहा गया है कि किसी इंडेक्स में सबसे अधिक वेटेज वाले स्टॉक्स का अधिकतम वेटेज 33% से घटाकर 20% कर दिया जाएगा। वहीं टॉप के तीन स्टॉक्स का कुल मिलाकर वेटेज 45% से अधिक नहीं हो पाएगा। अभी इसकी अधिकतम लिमिट 62% है। इसके अलावा नॉन-बेंचमार्क वाले जिन इंडेक्स के डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स की ट्रेडिंग होती है, उसमें कम से कम 14 स्टॉक्स होने चाहिए। अभी निफ्टी बैंक में 12 स्टॉक्स हैं।

बदलावों का Nifty Bank पर क्या होगा असर?

30 सितंबर तक एचडीएफसी बैंक का निफ्टी बैंक में वेटेज 28.49%, ICICI बैंक का 24.38%, और एसबीआई का 9.17% था। कोटक महिंद्रा बैंक (8.97%) और एक्सिस बैंक (8.78%) भी टॉप के पांच स्टॉक्स में शामिल हैं। अब सर्कुलर के मुताबिक निफ्टी बैंक में किसी स्टॉक का अधिकतम वेटेज घटाकर 33% से घटाकर 20% तो टॉप के तीन स्टॉक्स के कुल वेटेज को 62% से कम करके 45% कर दिया गया है। इसका मतलब है कि निफ्टी बैंक में दबदबा वाले टॉप के तीन स्टॉक्स- एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank), आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India-SBI) का वेटेज निफ्टी बैंक में धीरे-धीरे घटाया जाएगा।


वहीं यस बैंक (Yes Bank), इंडियन बैंक (Indian Bank), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) और बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) भी इसमें शामिल हो सकते हैं। यह एडजस्टमेंट 31 मार्च 2026 तक चार चरणों में किया जाएगा और पहला चरण दिसंबर 2025 तक पूरा होगा।

क्या है ब्रोकरेज फर्म का कैलकुलेशन?

घरेलू ब्रोकरेज फर्म नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वांटिटेटिव रिसर्च के मुताबिक निफ्टी बैंक में एंट्री से यस बैंक में $10.47 करोड़ और इंडियन बैंक में $7.23 करोड़ का निवेश आ सकता है। वहीं निफ्टी बैंक में अगर चार स्टॉक्स शामिल होते हैं तो यस बैंक में $10.77 करोड़, इंडियन बैंक में $7.43 करोड़, यूनियन बैंक में $6.77 करोड़, और बैंक ऑफ इंडिया में $4.15 करोड़ का निवेश आ सकता है।

इनके शेयरों के चाल की बात करें तो यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के शेयर 4% से अधिक तो बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक और यस बैंक में 1.5%-2.5% तक की तेजी आई। वहीं निफ्टी बैंक के स्टॉक्स की बात करें तो इसमें शामिल 12 स्टॉक्स में से एयू बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक को छोड़ बाकी सभी स्टॉक्स आज ग्रीन हैं। जो स्टॉक्स ग्रीन हैं, उनमें 4% तक की तेजी आई तो जो रेड जोन में हैं, उनमें 1% तक की गिरावट आई।

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