Nifty Outlook: 24 नवंबर को कैसी रहेगी निफ्टी की चाल, कौन से लेवल रहेंगे अहम; जानिए एक्सपर्ट से
Nifty Outlook: शुक्रवार की भारी गिरावट के बाद अब सबकी नजर सोमवार के निफ्टी पर है। कौन-से लेवल महत्वपूर्ण रहेंगे, कहां से उछाल मिल सकता है और किस पॉइंट पर दोबारा दबाव बढ़ेगा, जानिए एक्सपर्ट से।
LKP Securities के रूपक डे का कहना है कि निकट अवधि में सेंटीमेंट थोड़ा दबाव में रह सकता है।
Nifty Outlook: निफ्टी 50 ने शुक्रवार को ट्रेडिंग की शुरुआत 83 अंकों की गिरावट के साथ की। शुरुआती कमजोरी लगभग एक घंटे तक चली, लेकिन इसके बाद इंडेक्स ने सुबह के निचले स्तर से 123 अंकों की तेज इंट्राडे रिकवरी दिखाई। बाजार में एक समय ऐसा लगा कि गिरावट से संभल जाएगा।
1 बजे के बाद निफ्टी अपनी बढ़त बचा नहीं सका और तेज गिरावट में चला गया। इंडेक्स इंट्राडे हाई 26,179 से 127 अंक टूटकर 26,068 पर बंद हुआ। दिनभर में कई बार रिकवर करने की कोशिश की गई, लेकिन हर बार बिकवाली बढ़ती गई, जिससे दो दिन की तेजी का सिलसिला टूट गया।
अब सोमवार 24 नवंबर को निफ्टी की चाल कैसी रहेगी, कौन से लेवल अहम रहेंगे, इसे एक्सपर्ट से समझेंगे। लेकिन, उससे पहले जान लेते हैं कि शुक्रवार को बाजार में क्या खास हुआ था।
ज्यादातर इंडेक्स लाल निशान में
शुक्रवार को सभी प्रमुख इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। निफ्टी 26,100 के नीचे बंद हुआ और 30 स्टॉक्स गिरावट में रहे। सिर्फ Maruti, Tata Consumers और Max Healthcare जैसे कुछ शेयर ऊपर बंद हो पाए। मेटल शेयरों में सबसे ज्यादा दबाव रहा, जिसमें JSW Steel, Hindalco और Tata Steel प्रमुख लूजर्स रहे।
सेक्टोरल परफॉर्मेंस भी कमजोर
ज्यादातर सेक्टर्स ने खराब प्रदर्शन किया। Nifty FMCG को छोड़कर सभी सेक्टर लाल निशान में रहे। Nifty Metals, Realty और PSU Banks में सबसे अधिक गिरावट दर्ज हुई। IT शेयर भी दबाव में रहे क्योंकि US टेक स्टॉक्स कमजोर थे, जबकि Nvidia का रिजल्ट उम्मीद से बेहतर रहा।
मिडकैप-स्मॉलकैप भी कमजोर बंद
ब्रॉडर मार्केट भी निफ्टी के मुकाबले ज्यादा दबाव में रहा। Nifty Midcap 100 में 1.13% की गिरावट आई, जबकि Nifty Smallcap 100 1.22% टूटा। इसका मतलब यह है कि छोटे और मिड-साइज शेयरों में भी जोरदार बिकवाली दिखी।
US पॉलिसी और जॉब डेटा से दबाव बढ़ा
बाजार की धारणा पर असर US की मौद्रिक नीति को लेकर बढ़ी अनिश्चितता का भी रहा। सितंबर के जॉब डेटा में अपेक्षा से ज्यादा रोजगार बढ़ने से दिसंबर में रेट कट की उम्मीद काफी कमजोर हो गई। इससे निवेशकों की जोखिम लेने की इच्छा कम हुई।
रुपया नए रिकॉर्ड लो पर
कमजोर सेंटीमेंट का असर रुपया पर भी दिखा। भारतीय रुपया गिरकर 88.83 प्रति डॉलर के नए रिकॉर्ड लो पर पहुंच गया। यह स्तर पहले के 88.80 के हाई को भी पार कर गया, जो इसी महीने और सितंबर के अंत में देखा गया था। फेड रेट कट की उम्मीदें कमजोर होने से रुपये पर दबाव और बढ़ गया।
निफ्टी पर एक्सपर्ट की राय
आने वाले सप्ताह के लिए एक्सपर्ट सावधानी के साथ पॉजिटिव रुख दिखा रहे हैं। Motilal Oswal के सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक, अगले हफ्ते बाजार मजबूती दिखा सकता है। इसकी वजह गिरावट पर खरीदारी, Q3 में बेहतर मांग का अनुमान और स्थिर फंड फ्लो हैं। साथ ही, भारत-अमेरिाक व्यापार बातचीत में कोई भी नई प्रगति बाजार के लिए शॉर्ट-टर्म ट्रिगर बन सकती है।
निफ्टी का ट्रेंड अभी भी पॉजिटिव
HDFC Securities के नगराज शेट्टी का कहना है कि निफ्टी का शॉर्ट टर्म ट्रेंड पॉजिटिव है। मौजूदा गिरावट आने वाले सत्रों में 26,000-25,900 के आस-पास एक हाईयर बॉटम बन सकती है। शेट्टी उम्मीद करते हैं कि निफ्टी अगले सप्ताह सपोर्ट स्तरों से उछाल दिखा सकता है, जबकि तत्काल रेजिस्टेंस 26,250–26,300 के बीच है।
कंसोलिडेशन के बाद तेजी की उम्मीद
Centrum Broking के नीलेश जैन का मानना है कि निफ्टी में अगली तेजी से पहले थोड़ा कंसोलिडेशन हो सकता है। उनके मुताबिक, इंडेक्स 25,800 से 26,200 के दायरे में घूम सकता है। 21-दिन की मूविंग एवरेज यानी 25,840 महत्वपूर्ण सपोर्ट दे सकती है। जैन कहते हैं कि हाल के स्विंग हाई के ऊपर ब्रेकआउट नए रिकॉर्ड लेवल यानी 26,300 का रास्ता खोल देगा।
जैन ने कहा कि वोलैटिलिटी इंडेक्स (VIX) 10% से ज्यादा उछलकर 13 के ऊपर पहुंच गया है। यह बाजार के लिए निगेटिव संकेत है। तेजी की वापसी के लिए VIX का 12.5 से नीचे आना जरूरी होगा।
शॉर्ट-टर्म में चुनौतियां जारी
LKP Securities के रूपक डे का कहना है कि निकट अवधि में सेंटीमेंट थोड़ा दबाव में रह सकता है। गिरावट आगे बढ़कर 25,920-25,900 तक जा सकती है। वहीं 26,166 एक अहम रेजिस्टेंस है, जिसके ऊपर क्लोजिंग मिलने से बाजार की धारणा में सुधार आ सकता है।
5DEMA अभी भी सहारा दे रहा है
HDFC Securities के नंदीश शाह के अनुसार, शुक्रवार की तेज गिरावट के बावजूद निफ्टी अभी भी अपने 5-दिन के एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (5DEMA) 26,038 के ऊपर बना हुआ है। इस स्तर के नीचे टूटने पर हाल का स्विंग लो- 25,856 महत्वपूर्ण सपोर्ट बनेगा। वहीं 26,277 अभी भी निफ्टी का शॉर्ट-टर्म रेजिस्टेंस है।
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