Urban Company Q2 results: सोमवार 3 नवंबर को जब स्टॉक मार्केट खुलेगा तो अर्बन कंपनी के शेयरों में तेज हलचल दिख सकती है। इसकी वजह ये है कि ऑनलाइन मार्केटप्लेस अर्बन कंपनी ने आज सितंबर तिमाही के कारोबारी नतीजे जारी किए और इसमें सामने आया कि सालाना आधार पर कंपनी का घाटा बढ़ा है तो तिमाही आधार पर यह मुनाफे से घाटे में आई है। यह कंपनी की घरेलू स्टॉक मार्केट में एंट्री के बाद रिजल्ट का पहला ऐलान है। इसके ₹103 के शेयरों की मार्केट में 17 सितंबर को एंट्री हुई थी। इसके शेयरों के मौजूदा भाव की बात करें तो एक कारोबारी दिन पहले शुक्रवार 31 अक्टूबर को बीएसई पर यह 1.84% के उछाल के साथ ₹157.55 पर बंद हुआ था।
Urban Company Q2 results: खास बातें
चालू वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर 2025 में अर्बन कंपनी तिमाही आधार पर ₹6.9 करोड़ के शुद्ध मुनाफे से ₹59.3 करोड़ के शुद्ध घाटे में आ गई। वहीं एक साल पहले की समान अवधि यानी जुलाई-सितंबर 2024 में कंपनी को ₹1.82 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था। कंपनी का कहना है कि घाटे की मुख्य वजह इसकी हाल ही में लॉन्च हुई डेली हाउसकीपिंग वर्टिल इंस्टा हेल्प (Insta Help) में भारी-भरकम एकमुश्त निवेश रही जिसने कोर सर्विसेज और प्रोडक्ट्स बिजनेसेज में मजबूत ग्रोथ को एडजस्ट कर दिया। सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर कंपनी का रेवेन्यू 37% बढ़कर ₹380 करोड़ पर पहुंच गया। जून तिमाही में इसे ₹367 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ था।
इंस्टा हेल्प के चलते कंपनी का टोटल खर्च तिमाही आधार पर सितंबर तिमाही में ₹384 करोड़ से बढ़कर ₹462 करोड़ पर पहुंच गया। इस वजह से कंपनी की एडजस्टेड EBITDA इस दौरान ₹21 करोड़ के मुनाफे से ₹35 करोड़ के घाटे में आ गई। अगर इंस्टा हेल्प को निकाल दिया जाए तो अर्बन कंपनी का एडजस्टेड ईबीआईटीडीए प्रॉफिट ₹10 करोड़ पर रहा जोकि नेट ट्रांजैक्शन वैल्यू का 0.9% रहा यानी कि कंपनी का कोर बिजनेस मुनाफे में रहा। इंस्टा हेल्प का ईबीआईटीडीए लॉस सितंबर तिमाही में ₹44 करोड़ रहा।
इंस्टा हेल्प को छोड़कर अर्बन कंपनी का भारतीय कंज्यूमर सर्विसेज बिजनेस सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 24% बढ़कर ₹262 करोड़ पर पहुंच गया। इस बिजनेस का एडजस्टेड ईबीआईटीडीए ₹18 करोड़ रहा जोकि कि नेट ट्रांजैक्शन वैल्यू (NTV) का 2.4% रहा जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह वैल्यू 3.1% थी। इसकी वाटर प्योरिफायर और इलेक्ट्रॉनिक डोर लॉक बेचने वाली स्मार्ट होम प्रोडक्ट्स वर्टिकल नेटिव (Native) की बात करें तो इसका रेवेन्यू सालाना आधार पर 179% बढ़कर ₹75 करोड़ पर पहुंच गया और घाटा इस दौरान 30% से गिरकर एनटीवी के 9% पर आ गया। वहीं इंटरनेशनल बिजनेस (यूएई और सिंगापुर) की बात करें ऑपरेटिंग लेवल पर यह ब्रेकइवन स्थिति में पहुंच गई। सालाना आधार पर इसका रेवेन्यू 66% बढ़कर ₹41 करोड़ पर पहुंच गया।
सितंबर तिमाही के आखिरी में कंपनी की कैश और इक्विवैलेंट्स ₹2,136 करोड़ रही जबकि जून तिमाही के आखिरी में ₹1,664 करोड़ पर था। कंपनी को उम्मीद है कि नियर टर्म में एडजस्टेड ईबीआईटीडीए लॉस में रह सकता है कि इंस्टा हेल्प में यह आगे भी निवेश जारी रख सकती है। हालांकि कंपनी का कहना है कि देश-विदेश में इसका कोर बिजनेस मुनाफे में बना रहेगा और कैश जेनेरेट होगा।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।