शेयर बाजार तो निवेशकों की धैर्य की परीक्षा ले रहा है। बाजार को अपना रिकॉर्ड हाई दोबारा छूए एक साल से ज्यादा हो चुके हैं। सेंसेक्स और निफ्टी ने पिछले साल 27 सितंबर 2024 को अपना ऑलटाइम हुआ था। तब से अब तक ये दोनों इंडेक्स इस स्तर से नीचे बने हुए हैं। ऐसे में कई निवेशकों के मन में यह सवाल है कि आखिरी शेयर बाजार में अगली तेजी का दौर कर शुरू होगा। CLSA के टेक्निकल स्ट्रैटेजिस्ट लॉरेंस बालेंको ने इसे लेकर अपना अनुमान जारी किया है। लॉरेंस बालेंको का कहना है कि बाजार का कंसॉलिडेशन अब लगभग खत्म होने वाला है और शेयर बाजार इसी साल दिसंबर तक अपने नए रिकॉर्ड स्तर तक जा सकता है।
CLSA के टेक्निकल स्ट्रैटेजिस्ट लॉरेंस बालेंको का मानना है कि निफ्टी दिसंबर 2025 या 2026 के शुरुआत में 26,300 के स्तर को छू सकता है। यह संभावित स्तर निफ्टी के अब तक के ऑल-टाइम हाई 26,277.35 से भी ऊपर होगा। यानी बाजार अना नया रिकॉर्ड हाई बनाएगा।
लॉरेंस बालेंको ने हमारे सहयोगी सीएनबीसी-टीवी18 के साथ विस्तार से बातचीत की और कहा कि निफ्टी ने बार-बार 24,000–24,300 के सपोर्ट जोन को टूटने से बचाया है, जो बताता है कि बाजार की नींव मजबूत बनी हुई है। उनका कहना है कि सबसे बड़ी पॉजिटिव बात यह है कि हम लगातार 24,000 के जोन को डिफेंड कर रहे हैं। इससे फरवरी-अप्रैल की बेस फॉर्मेशन बनी हुई है, और इसी के आधार पर हमारा निफ्टी के लिए अगला अपसाइड टारगेट 26,300 का बनता है।
लेकिन सवाल यह है कि आखिर निफ्टी 26,300 तक जाएगा कैसे? लॉरेंस बालेंको ने इस सवाल पर कहा है कि शेयर बाजारमें अब ऑटोमोबाइल और मेटल सेक्टर की कंपनियां तेजी की अगुआई कर सकती है। इसके अलावा बैकिंग सेक्टर की स्थिरता इसे आगे की तेजी के बेस मुहैया करा सकता है। बालेंको ने बजाज ऑटो को एक संभावित "कैच-अप ट्रेड" बताया है। यानी एक ऐसा स्टॉक जो हाल में पीछे रह गया है लेकिन आगे चलकर तेजी दिखा सकता है।
लॉरेंस बालेंको ने कहा कि वह भारतीय शेयर बाजार की लॉन्ग-टर्म संभावनाओं को लेकर पॉजिटिव है। बालेंको ने इसके साथ ही एक और भविष्यणावी भी की। उन्होंने कहा कि 2029-30 तक निफ्टी का स्तर 37,000 से 40,000 अंकों तक जा सकता है।
अगर हम निफ्टी के मौजूदा आंकड़ों पर एक नजर डालें तो, पिछले एक महीने में निफ्टी में लगभग 1 प्रतिशत की तेजी आई है। वहीं इस साल की शुरुआत से अब तक यह इंडेक्स करीब 5.50 फीसदी ऊपर गया है। आज 8 अक्टूबर को कारोबार के अंत में निफ्टी 25,046 के स्तर पर बंद हुआ। मई के मध्य से ही निफ्टी ने 24,400 के ऊपर मजबूत पकड़ बनाई हुई है, और हर बार 24,300 के आसपास से इसमें रिकवरी के साथ उछाल देखने को मिली है।
हालांकि पिछले एक साल में निफ्टी का प्रदर्शन लगभग सपाट है। इस दौरान इसमें महज 0.13 फीसदी की मामूली तेजी आई है। इसका ऑलटाइम 26,277 है, जो इसने 27 सितंबर 2024 को छुआ था। लॉरेंस बालेंका का टारगेट इस स्तर के लगभग 5% दायरे में है।
लॉरेंस बालेंको ने बताया कि भारत जैसे इमर्जिंग देशों पर उनका भरोसा इसलिए भी बढ़ा है क्योंकि उनका अमेरिकी डॉलर को लेकर रुख बेयरिश है। उन्होंने कहा कि डॉलर इंडेक्स का 99–100 के नीचे फिसलना एक “मल्टी-ईयर टॉप” का संकेत है और इसमें आगे 9–10% की और गिरावट आने की आशंका है। ये गिरावट डॉलर इंडेक्स को 89–90 के स्तर तक ले जा सकती है।
बालेंको का मानना है कि यह भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए एक बड़ा पॉजिटिव संकेत है। डॉलर की कमजोरी से अमेरिकी शेयरों से पूंजी का रोटेशन होकर एशियाई और भारतीय बाजारों की ओर रुख कर सकता है। ऐसे में इन मार्केट को सपोर्ट मिल सकता है। कुल मिलाकर लारेंस बालेंको का कहना है कि अगर निफ्टी ने 24,000 के मौजूदा सपोर्ट को बनाए रखा और विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहा, तो दिसंबर तक निफ्टी एक नया रिकॉर्ड हाई बना सकता है।
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