National Stock Exchange (NSE) ने बैंक निफ्टी फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) के एक्सपायरी के दिन में बदलाव का ऐलान किया है। अभी बैंक निफ्टी के एफएंडओ सौदों की वीकली एक्सपायरी गुरुवार को होती है। अब यह एक्सपायरी गुरुवार की जगह शुक्रवार को होगी। यह बदलाव 7 जुलाई, 2023 से लागू होगा। इस बारे में एनएसई ने एक सर्कुलर जारी किया है। एनएसई देश का सबसे बड़ा डेरिवेटिव स्टॉक एक्सचेंज है। वॉल्यूम के लिहाज से यह देश का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज भी है।
NSE में सिर्फ सोमवार को छोड़ हर दिन F&O की एक्सपायरी होगी
NSE ने सर्कुलर के जरिए अपने मेंबर्स को बताया है, "यह बदलाव ट्रेड डेट 7 जुलाई, 2023 शुक्रवार से प्रभावी होगा। गुरुवार को एक्सपायर होने वाले सभी मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट्स 6 जुलाई, 2023 को दिन के आखिर में एक्सपायर होंगे। फ्राइडे की पहली एक्सपायरी 14 जुलाई, 2023 को होगी।" इस बदलाव के बाद अब NSE में सिर्फ सोमवार को छोड़ हर दिन F&O की एक्सपायरी होगी। यह 9 जुलाई से शुरू होने वाले हफ्ते से लागू हो जाएगा।
इस वजह से एनएसई ने किया बदलाव का फैसला
Nifty Financial की एक्सपायरी मंगलवार को होती है। Nifty Midcap Select की एक्सपायरी बुधवार को होती है। Nifty 50 की एक्सपायरी गुरुवार को होती है और अब बैंक निफ्टी की एक्सपायरी शुक्रवार को होगी। पहले निफ्टी फाइनेंशियल की एक्सपायरी गुरुवार को होती थी। लेकिन, बाद में इसे बदलकर मंगलवार कर दिया गया। ऐसा इसलिए किया गया था ताकि ट्रेडर्स के इंटरेस्ट का स्प्रेड एक ही दिन तीन कॉन्ट्रैक्ट्स में न हो। इसका फायदा हुआ और Nifty Financial में ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ गया।
निफ्टी बैंक और निफ्टी के आपसी संबंध में आएगी कमी
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केटिंग स्ट्रेटेजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा, "एक्सपायरी दिन में बदलाव का बात करें तो यह कदम ऐसे किसी दूसरे बदलाव के मुकाबले बहुत अहम है। इसकी वजह यह है कि डेरिवेटिव वॉल्यूम में निफ्टी और निफ्टी बैंक की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा होती है। एक बार एक्सपायरी के दिन अलग-अलग हो जाने के बाद उम्मीद है कि निफ्टी 50 और बैंक निफ्टी के बीच के लिंक में कमी आएगी।"
BSE के वीकली ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट को लगेगा झटका
NSE के इस कदम से BSE के हाल में लॉन्च वीकली ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट को झटका लगेगा। बीएसई ने सेंसेक्स और बैंकेक्स कॉन्ट्रैक्ट्स में ये वीकली ऑप्शंस लॉन्च किए थे। दरअसल, बीएसई ने एक्सपायरी के लिए शुक्रवार को चुना था ताकि यह NSE के एफएंड कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी से न टकराए।