Nifty ने 28 जून को ऑल टाइम हाई बनाया। 143 कारोबारी सत्रों के बाद निफ्टी ने ऊंचाई के अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। इससे पहले निफ्टी ने 1 दिसंबर, 2023 को हाई टाइम हाई बनाया था। 1:50 बजे निफ्टी 1.68 फीसदी उछाल के साथ 19,005 पर था। एक तरफ इनवेस्टर्स निफ्टी के नया ऑल-टाइम बनाने का जश्न मना रहे हैं तो दूसरी तरफ वे मार्केट की आगे की चाल के बारे में जानना चाहते हैं। वे जानना चाहते हैं कि निफ्टी की चाल आने वाले महीनों में कैसी रहेगी। मनीकंट्रोल ने इस सवाल का जवाब जानने के लिए कुछ एक्सपर्ट्स से बात की।
निफ्टी ने पूरी की है एक साइकिल
बेंगलुरु के डेरिवेटिव ट्रेडर राजेश श्रीवास्तव ने कहा, "मुझे मार्केट में तेजी का नया चरण नहीं दिख रहा। इसके 19,000 से बहुत आगे जाने की उम्मीद नहीं है।" उन्होंने कहा कि निफ्टी के पीक पर पहुंचते ही कुछ सेलिंग प्रेशर देखने को मिला। चूंकि निफ्टी में बैंक शेयरों का अच्छा वेट है, इसलिए भी इस पर दबाव दिख सकता है। निफ्टी ने पिछले 20 महीनों में एक साइकिल पूरी कर ली है। अक्टूबर 2021 में यह 18,477 पर था। फिर दिसंबर 2022 में यह 18,888 के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया था।
हर अगले तेजी में बॉटम से कम होता फासला
अक्टूबर 2021, दिसंबर 2022 और जून 2023 के अपनी पीक पर पहुंचने के लिए निफ्टी में उसके पिछले बॉटम से क्रमश: 36 फीसदी, 23 फीसदी और 10 फीसदी की तेजी देखने को मिली। इससे यह संकेत मिलता है हर बार तेजी अपनी पिछली तेजी से कम रही है। ट्रेडर्स और एनालिस्ट्स का कहना है कि यह ऑल-टाइम हाई लेवल पर सप्लाई के बारे में बताता है। कुछ एनालिस्ट्स का यह भी कहना है कि दिसंबर 2022 का ऑल-टाइम हाई ट्रेडिशनल सेंस में ब्रेकआउट नहीं था।
India VIX पैदा नहीं करता कॉन्फिडेंस
इंडिपेंडेंट टेक्निकल एनालिस्ट मिलन वैष्णव ने कहा, "मैं एक निर्णायक ब्रेकआउट के लिए इंतजार करना चाहूंगा। मेरा मानना है कि ब्रेकआउट के बाद ही निफ्टी ऊपर जाएगा।" उन्होंने कहा कि क्लियर ब्रेकआउट की उम्मीद कम दिखती है। मार्केट का ओवरऑल ब्रेड्थ उत्साहजनक नहीं है। इससे पहले जब मार्केट ऑल-टाइम हाई के करीब चल रहा था या ब्रेकआउट बना रहा था तो उतार-चढ़ाव काफी ज्यादा था। India VIX 11.38 पर है, जो मार्केट मोमेंटम में कॉन्फिडेंस पैदा नहीं करता है।
मार्केट की वैल्यूएशन ज्यादा नहीं
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल के रिटेल रिसर्च हेड (ब्रोकिंग एंड डिस्ट्रिब्यूशन) सिद्धार्थ खेमका ने कहा, "पिछले कुछ सत्रों मे कई बार कोशिश करने के बाद आखिरकार निफ्टी ने अपने पिछले हाई को तोड़ दिया है। इसमें संस्थागत निवेशकों की अच्छी खरीदारी, इकोनॉमी की अच्छी सेहत और कंपनियों की अर्निंग्स की अच्छी ग्रोथ का बड़ा हाथ रहा।" उन्होंने कहा कि अभी मार्केट का वैल्यूएशन एक साल की फॉरवर्ड अर्निंग्स का 19 गुना है। पिछली तेजी में यह 24 गुना था। करेंट वैल्यूएशन पर मार्केट में तेजी का ट्रेंड जारी रहने की उम्मीद है।
मिडकैप-स्मॉलकैप का भी पार्टिसिपेशन
दिसंबर में आई तेजी से तुलना करने पर साफ हो जाता है कि इस बार मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों का प्रदर्शन निफ्टी और सेसेंक्स से बेहतर रहा है। इसका मतलब है कि जब निफ्टी नया हाई बनाने की कोशिश कर रहा था तब दूसरे छोटे-बड़े शेयरों में भी तेजी का ट्रेंड था। दिसंबर 2022 के मुकाबले निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 क्रमश: 8 फीसदी और 6 फीसदी ऊपर हैं।