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Nifty Outlook: 22 सितंबर को कैसी रहेगी निफ्टी की चाल, कौन-से लेवल रहेंगे अहम; जानिए एक्सपर्ट से

Nifty Outlook: 22 सितंबर को निफ्टी की चाल पर कई फैक्टर असर डालेंगे। जैसे कि H-1B वीजा फैसले, नई जीएसटी दरें और प्रस्तावित श्रिम्प टैरिफ। एक्सपर्ट्स से जानिए निफ्टी के लिए महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस और सपोर्ट लेवल क्या रहेंगे।

अपडेटेड Sep 21, 2025 पर 4:53 PM
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निफ्टी के लिए 25,500 का स्तर अभी भी अहम रेसिस्टेंस बना हुआ है। नी

Nifty Outlook: वीकेंड आमतौर पर आराम करने के लिए होते हैं। लेकिन, पिछले दो दिनों की खबरों ने निवेशकों की नींद उड़ा दी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के H-1B वीजा फैसलों से लेकर भारत की आईटी कंपनियों पर संभावित असर, अमेरिका में भारत के श्रिम्प एक्सपोर्ट्स पर नए हमले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन, पहली नवरात्रि और कम किए गए जीएसटी दरों का लागू होना, ये सभी फैक्टर निफ्टी 50 और बाजार की सोमवार की ट्रेडिंग पर असर डालेंगे।

निफ्टी की सोमवार, 22 सितंबर को कैसी चाल रहेगी, कौन से लेवल अहम रहेंगे, इसे एक्सपर्ट से समझेंगे। लेकिन, उससे पहले जान लेते हैं कि शुक्रवार को बाजार में क्या खास हुआ।

शुक्रवार को निफ्टी का हाल


निफ्टी के बुल्स उम्मीद कर रहे थे कि वे सप्ताह का अंत ऊंचे स्तर पर करेंगे, लेकिन शुक्रवार को ऐसा नहीं हुआ। नौ दिनों तक लगातार उच्च निम्न स्तर बनाने का सिलसिला टूट गया। निफ्टी ने 25,500 के स्तर को पार करने की कोशिश की, लेकिन अंततः 25,300 के स्तर पर संतुलन बनाए रखा।

आईटी स्टॉक्स पर नजर

सोमवार के बाजार इस बात पर निर्भर करेंगे कि भारत की आईटी कंपनियां ट्रंप प्रशासन के H-1B वीजा ऐलानों पर कैसे प्रतिक्रिया देती हैं। अमेरिका में लिस्टेड इंफोसिस और विप्रो के शेयर शुक्रवार को 4% तक गिर गए। इस बीच, व्हाइट हाउस ने कई बार स्पष्ट किया कि नई नियमावली किस पर लागू होगी और कौन इससे छूट पाएगा।

उपभोक्ता-केन्द्रित स्टॉक्स

सोमवार से नई जीएसटी दरें लागू हो जाएंगी। इससे उपभोक्ता-केन्द्रित कंपनियों पर फोकस रहेगा। , जैसे ऑटो, एफएमसीजी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स। ऑटो स्टॉक्स ने तो इस खबर के बाद तेजी दिखानी जारी रखी और अधिकतर रिकॉर्ड स्तर पर ट्रेड कर रहे हैं। देखना होगा कि इस महीने की बिक्री के आंकड़े अगले सप्ताह क्या संकेत देते हैं।

श्रिम्प स्टॉक्स पर अपडेट

भारत के श्रिम्प यानी झींगा स्टॉक्स पर भी नजर रहेगी रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिकी सीनेटर्स ने इंडिया श्रिम्प टैरिफ एक्ट पेश किया है, ताकि लुइसियाना की श्रिम्प और कैटफिश इंडस्ट्री को ‘सस्ते’ भारतीय इम्पोर्ट्स से बचाया जा सके। ऐसे में अवंती फीड्स, एपेक्स फ्रोजन और वॉटरबेस के शेयरों पर फोकस रहेगा।

निफ्टी, बैंक निफ्टी का हाल

निफ्टी के लिए 25,500 का स्तर अभी भी अहम रेसिस्टेंस बना हुआ है। नीचे की ओर 25,250 और 25,200 सपोर्ट के रूप में काम कर सकते हैं।

वहीं, निफ्टी बैंक ने 12 दिन लगातार तेजी दिखाने के बाद यह रुझान तोड़ दिया और 55,500 के स्तर से नीचे बंद हुआ। अब यह पहला महत्वपूर्ण स्तर बन गया है जिसे पार करना होगा। इसके बाद 55,700 और आखिर 56,000 तक बढ़ने की संभावना है।

निफ्टी पर एक्सपर्ट की राय

एंजेल वन के राजेश भोसले के मुताबिक, निफ्टी का सेटअप अभी भी सकारात्मक है। कोई भी गिरावट या थोड़ी स्थिरता अगले रैली स्टेज के लिए अच्छी मानी जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि 25,200-25,100 का जोन मुख्य सपोर्ट है। वहीं, ऊपर की ओर 25,450–25,500 का स्तर महत्वपूर्ण रेसिस्टेंस होगा। इसके बाद जून का स्विंग हाई 25,670 आता है। भोसले के अनुसार, 'ओवरबॉट कंडीशन्स और प्रमुख रेसिस्टेंस के करीब होने की वजह से शॉर्ट टर्म कंसोलिडेशन की संभावना अधिक है, लेकिन रुझान सकारात्मक रहेगा।'

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रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा के अनुसार, 'इंडेक्स अपने ट्रेंडलाइन रेसिस्टेंस जोन के करीब 25,500 पर पहुंच रहा है। अगर यह मजबूती से ब्रेकआउट करता है, तो 25,750 तक तेजी की राह खुल सकती है। नीचे की ओर 24,900–25,150 का जोन प्रॉफिट-टेकिंग में मजबूत सपोर्ट देगा।'

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Suneel Kumar

Suneel Kumar

First Published: Sep 21, 2025 4:53 PM

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