Nifty Outlook: निफ्टी ने चार दिन की गिरावट तोड़ी, अब 5 दिसंबर को कैसी रहेगी चाल? जानिए एक्सपर्ट से
Nifty Outlook: निफ्टी ने चार दिन की गिरावट तोड़कर 26,000 के ऊपर क्लोज किया, लेकिन एक्सपर्ट अब भी इसे कमजोर रिकवरी मान रहे हैं। RBI पॉलिसी, अमेरिकी CPI डेटा और प्रमुख सपोर्ट-रेजिस्टेंस लेवल कल की चाल तय करेंगे, जिसमें वोलैटिलिटी बढ़ने की आशंका है। जानिए अहम सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल।
एंजेल वन के ओशो कृष्णन ने 25,900–25,850 को निफ्टी का अहम सपोर्ट क्षेत्र बताया।
Nifty Outlook: स्टॉक मार्केट ने आखिरकार चार दिन की लगातार कमजोरी का सिलसिला तोड़ दिया। निफ्टी 50 26,000 के ऊपर क्लोज हुआ। वहीं, वीकली डेरिवेटिव एक्सपायरी वाले दिन सेंसेक्स भी हल्की बढ़त के साथ 47 अंक चढ़कर 26,033 पर बंद हुआ। बाजार में तेजी वाले निवेशक हल्का सा बढ़त बनाए रखने में सफल रहे।
किन शेयरों में तेजी, किनमें गिरावट
निफ्टी 50 स्टॉक्स में टेक महिंद्रा, HDFC लाइफ और TCS सबसे बड़े गेनर रहे। इसके उलट इंडिगो, रिलायंस और हिंडाल्को पर बिकवाली हावी रही और ये दिन के प्रमुख लूजर बने।
आज सेक्टर्स की चाल एक जैसी नहीं रही। निफ्टी आईटी, रियल्टी और FMCG हरे निशान में बंद हुए, जबकि मीडिया और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स इंडेक्स सबसे ज्यादा कमजोर रहे।
पुतिन की भारत यात्रा का असर
डिफेंस शेयर आज फोकस में रहे। निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स 1 प्रतिशत चढ़ गया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 23वें इंडिया-रूस एनुअल समिट के लिए भारत पहुंचे हैं। इसी वजह से रक्षा सेक्टर में निवेशकों का रुख मजबूत दिखा।
मुख्य इंडेक्स में तेजी रही, लेकिन ब्रॉडर मार्केट उतना मजबूत नहीं रहा। निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 दोनों दिन के अंत में हल्की गिरावट में बंद हुए।
रुपया फिर नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर
रुपया लगातार तीसरे सत्र में कमजोर हुआ और गिरकर 90.42 प्रति डॉलर के नए सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया। इस कमजोरी के पीछे लगातार विदेशी फंड आउटफ्लो और बढ़ता व्यापार घाटा जिम्मेदार है।
RBI पॉलिसी, अमेरिकी CPI डेटा पर नजर
निवेशक अब शुक्रवार को आने वाली RBI की पॉलिसी घोषणा का इंतजार कर रहे हैं। बैंकिंग, ऑटो और रियल्टी जैसे रेट-सेंसिटिव सेक्टर्स पर खास नजर है। इसके अलावा, अमेरिका का CPI डेटा भी कल आने वाला है, जो बाजार के मूड को प्रभावित कर सकता है।
तीन IPO का आखिरी दिन भी शुक्रवार को
शुक्रवार को मीशो, Aequs और Vidya Wires - इन तीनों IPO की बिडिंग का आखिरी दिन होगा। निवेशक इस पर भी नजर रखे हुए हैं।
अर्थशास्त्री RBI के फैसले पर बंटे
मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी क्या फैसला लेगी, इस पर एक्सपर्ट की राय एक जैसी नहीं है। मोतीलाल ओसवाल के सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि बाजार फिलहाल कंसोलिडेशन में रह सकता है। हालांकि, अगर RBI रेट कट देता है, तो बाजार को थोड़ी देर के लिए बढ़त मिल सकती है।
निफ्टी की एक्सपर्ट की राय
HDFC सिक्योरिटीज के नंदीश शाह के मुताबिक, निफ्टी में भले ही थोड़ी रिकवरी दिखी हो, लेकिन इस उछाल में दम अभी भी कम है। क्योंकि इंडेक्स 5-day और 10-day EMA के नीचे ही बना हुआ है। शाह का मानना है कि हाल का स्विंग लो 25,842 निफ्टी के लिए एक महत्वपूर्ण सपोर्ट है। वहीं, 26,150 से 26,200 का स्तर मजबूत रेजिस्टेंस का काम करेगा।
LKP सिक्योरिटीज के रूपक डे ने कहा कि शुक्रवार का ट्रेडिंग सत्र रेट ऐलान से पहले उतार-चढ़ाव भरा रह सकता है और निर्णय आने के बाद वोलैटिलिटी और बढ़ सकती है।
उनकी नजर में 26,100 से 26,150 तक का क्षेत्र निफ्टी के लिए रेजिस्टेंस रहेगा। वहीं, 25,900 से 25,950 तक का जोन सपोर्ट देगा। डे का कहना है कि अगर निफ्टी 26,000 के नीचे फिसलता है, तो इंडेक्स जल्दी ही 25,950-25,900 की दिशा में गिर सकता है।
एंजेल वन के ओशो कृष्णन ने भी 25,900–25,850 को निफ्टी का अहम सपोर्ट क्षेत्र बताया। ऊपर की ओर वे 26,100-26,150 को बड़ी बाधा मानते हैं। उनका कहना है कि अगर निफ्टी इस रेंज के ऊपर टिक पाया, तो आने वाले सत्रों में 26,250–26,300 तक की चाल खुल सकती है।
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