Nifty Outlook: लगातार तीसरे दिन फिसला निफ्टी, अब 18 दिसंबर को कैसी रहेगी चाल; जानिए एक्सपर्ट से

Nifty Outlook: निफ्टी लगातार तीसरे दिन गिरकर 25,818 पर बंद हुआ है। चार्ट पर कमजोरी का पैटर्न बना हुआ है। एक्सपर्ट्स से जानिए 18 दिसंबर के लिए अहम सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल।

अपडेटेड Dec 17, 2025 पर 9:49 PM
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HDFC Securities के नागराज शेट्टी के अनुसार, निफ्टी का अंडरलाइंग ट्रेंड अभी कमजोर बना हुआ है।

Nifty Outlook: निफ्टी ने लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज की। इंडेक्स 41 अंकों की कमजोरी के साथ 25,818 पर बंद हुआ। दिन की शुरुआत निफ्टी ने पॉजिटिव नोट पर की थी और शुरुआती कारोबार में ऊपर जाने की कोशिश भी हुई, लेकिन यह तेजी टिक नहीं पाई। सीमित दायरे में उतार चढाव के बीच बाजार धीरे धीरे कमजोरी की ओर फिसल गया।

अब गुरुवार 18 दिसंबर को निफ्टी की चाल कैसी रहेगी, कौन से लेवल अहम रहेंगे, इसे एक्सपर्ट से समझेंगे। लेकिन, उससे पहले जान लेते हैं कि बुधवार को मार्केट में क्या खास हुआ और अब आगे किन फैक्टर पर नजर रहेगी।

चार्ट पर बन रहा है कमजोरी का पैटर्न


पिछले तीन सत्रों में निफ्टी के डेली चार्ट पर लगातार लोअर हाई और लोअर लो बनते दिखे हैं। इसका साफ मतलब है कि शॉर्ट टर्म में अभी भी बाजार पर बिकवाली का दबाव बना हुआ है और ट्रेंड कमजोर बना हुआ है।

पूरे सत्र के दौरान निफ्टी 25,850 के अहम स्तर से नीचे ही बना रहा। बाजार पर फाइनेंशियल सेक्टर के बड़े शेयरों में बिकवाली का दबाव दिखा। इसके अलावा M&M और L&T जैसे दिग्गज शेयरों में कमजोरी ने भी इंडेक्स पर दबाव बढ़ाया।

किन शेयरों में तेजी, किनमें गिरावट

निफ्टी के शेयरों में Shriram Finance, SBI और Hindalco सत्र के टॉप गेनर्स रहे। वहीं Max Healthcare, Apollo Hospitals और Trent सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में शामिल रहे।

सेक्टर के लिहाज से देखें तो निफ्टी PSU Bank, IT और Metal इंडेक्स में मजबूती देखने को मिली। इसके उलट Media, Consumer Durables और Realty सेक्टर के शेयरों में सबसे ज्यादा दबाव दिखा और ये सेक्टर गिरावट के साथ बंद हुए।

मिडकैप और स्मॉलकैप पर भी दबाव

ब्रॉडर मार्केट्स ने भी बेंचमार्क की कमजोरी को फॉलो किया। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 0.70 प्रतिशत की कमजोरी दर्ज की गई।

रुपये ने दिखाई मजबूत वापसी

इस बीच भारतीय रुपये ने लगातार पांच कारोबारी सत्रों की गिरावट का सिलसिला तोड़ दिया। डॉलर के मुकाबले रुपया 65 पैसे मजबूत हुआ। बाजार में माना जा रहा है कि इस तेज रिकवरी के पीछे रिजर्व बैंक की संभावित दखल अहम वजह रही है।

निफ्टी पर एक्सपर्ट की राय

HDFC Securities के नंदीश शाह के मुताबिक, निफ्टी इस समय अपने 50-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज के करीब ट्रेड कर रहा है, जो फिलहाल 25,765 के आसपास है। अगर यह स्तर निर्णायक रूप से टूटता है, तो बाजार में और बिकवाली देखने को मिल सकती है और मौजूदा करेक्शन गहरा सकता है।

LKP Securities के रुपक डे का कहना है कि अगर निफ्टी 25,700 के नीचे टिकता है, तो करेक्शन बढ़कर 25,500 से 25,400 के जोन तक जा सकता है। वहीं ऊपर की तरफ 25,950 से 26,000 का दायरा निफ्टी के लिए मजबूत रेजिस्टेंस बना रह सकता है।

निफ्टी ट्रेंड अब भी कमजोर

HDFC Securities के नागराज शेट्टी के अनुसार, निफ्टी का अंडरलाइंग ट्रेंड अभी कमजोर बना हुआ है। शॉर्ट टर्म में इंडेक्स को 25,700 से 25,650 के आसपास सपोर्ट मिल सकता है। हालांकि इन स्तरों से अगर कोई रिकवरी आती भी है, तो 25,950 से 26,000 के जोन में उसे कड़ी रुकावट का सामना करना पड़ सकता है।

बैंक निफ्टी के अहम सपोर्ट लेवल

SBI Securities के सुदीप शाह के मुताबिक, बैंक निफ्टी के लिए 58,600 से 58,500 का दायरा अहम सपोर्ट के तौर पर काम करेगा। पहले यही जोन रेजिस्टेंस था, जो अब सपोर्ट में बदल सकता है।

सुदीप शाह ने कहा कि अगर बैंक निफ्टी 58,500 के नीचे टिकता है, तो शॉर्ट टर्म में करेक्शन बढ़कर 58,000 तक जा सकता है। वहीं ऊपर की तरफ 59,200 से 59,300 का जोन इंडेक्स के लिए बड़ा रुकावट वाला स्तर रहेगा।

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