Nifty Outlook: निफ्टी ने लगातार दो दिन की बढ़त के बाद मंगलवार को अपनी तेजी की लय तोड़ दी। पूरे कारोबारी सत्र के दौरान इंडेक्स एक सीमित दायरे में ही घूमता नजर आया और बाजार में साफ तौर पर कंसोलिडेशन का माहौल दिखा।
Nifty Outlook: निफ्टी ने लगातार दो दिन की बढ़त के बाद मंगलवार को अपनी तेजी की लय तोड़ दी। पूरे कारोबारी सत्र के दौरान इंडेक्स एक सीमित दायरे में ही घूमता नजर आया और बाजार में साफ तौर पर कंसोलिडेशन का माहौल दिखा।
फिर सपोर्ट से तेज रिकवरी
दिन की शुरुआत निफ्टी ने कमजोर नोट पर की और शुरुआती कारोबार में गिरावट बढ़ते हुए इंडेक्स 25,904 के इंट्राडे लो तक पहुंच गया। हालांकि 25,900 के मजबूत सपोर्ट लेवल के पास खरीदारी देखने को मिली, जिससे बाजार को सहारा मिला और निफ्टी ने निचले स्तर से तेज वापसी की।
दिन के ऊपरी स्तर के पास क्लोजिंग
निफ्टी ने दिन के निचले स्तर से 140 अंकों से ज्यादा की रिकवरी दिखाई और आखिरकार सत्र के ऊपरी स्तर के करीब बंद हुआ। कारोबार के अंत में इंडेक्स 19 अंकों की मामूली गिरावट के साथ 26,027 के स्तर पर बंद हुआ।
इन शेयरों में दिखी मजबूत
निफ्टी के गेनर्स में IndiGo, Trent और Hindustan Unilever सबसे आगे रहे। वहीं दूसरी ओर M&M, Eicher Motors और ONGC में बिकवाली का दबाव देखने को मिला और ये शेयर दिन के बड़े लूजर्स रहे।
सेक्टर्स में मिला-जुला रुख
सेक्टोरल आधार पर बाजार की चाल मिली-जुली रही। मीडिया, FMCG और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर में अच्छी मजबूती देखने को मिली। इसके उलट ऑटो, फार्मा और फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर दबाव में रहे और ये दिन के कमजोर सेक्टर साबित हुए।
ब्रॉडर मार्केट में ज्यादा हलचल नहीं दिखी। Nifty Midcap 100 मामूली 0.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि Nifty Smallcap 100 में 0.2 प्रतिशत की हल्की बढ़त देखने को मिली।
ग्लोबल डेटा पर टिकी रहेंगी नजरें
ग्लोबल फ्रंट पर निवेशकों की नजर अब अमेरिका से आने वाले अहम आर्थिक आंकड़ों पर रहेगी। इनमें US नॉन फार्म पेरोल्स, रिटेल सेल्स, बेरोजगारी दर और मैन्युफैक्चरिंग PMI शामिल हैं। ये आंकड़े आगे की ग्रोथ और मौद्रिक नीति को लेकर अहम संकेत दे सकते हैं।
आगे बाजार का रुख क्या रहेगा
Motilal Oswal के सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक, आने वाले समय में बाजार कंसोलिडेशन फेज में बना रह सकता है। साल के अंत की ओर बढ़ते हुए ट्रेडिंग वॉल्यूम कम रहने और ग्लोबल मैक्रो माहौल में अनिश्चितता के चलते खासकर ब्रॉडर मार्केट में उतार-चढ़ाव बढ़ने की संभावना है।
निफ्टी पर एक्सपर्ट की राय
HDFC Securities के नागराज शेट्टी का कहना है कि निफ्टी जिस तरह बार-बार रेजिस्टेंस जोन को टेस्ट कर रहा है, उससे शॉर्ट टर्म में 26,000-26,100 के अहम बैंड के ऊपर मजबूत ब्रेकआउट की संभावना बन रही है। अगर इंडेक्स इस जोन के ऊपर टिक जाता है, तो निफ्टी 26,300-26,400 की ओर बढ़ सकता है। फिलहाल नीचे की तरफ 25,900 को अहम सपोर्ट माना जा रहा है।
Centrum Broking के निलेश जैन के मुताबिक, निफ्टी को 26,030 के आसपास अपनी 21-दिन की मूविंग एवरेज पर रुकावट का सामना करना पड़ा, लेकिन इसके बावजूद इंडेक्स 26,000 के साइकोलॉजिकल लेवल के ऊपर बंद होने में कामयाब रहा। उन्होंने बताया कि तत्काल सपोर्ट 25,900 पर है, जबकि इसके नीचे 25,770 के पास 50-दिन की मूविंग एवरेज अगला सपोर्ट बनती है।
जैन का मानना है कि अगर निफ्टी 26,100 के ऊपर निर्णायक तौर पर निकलता है, तो यह 26,250 की ओर बढ़ सकता है। कुल मिलाकर उनका कहना है कि ब्रॉडर ट्रेंड अब भी पॉजिटिव है और जब तक निफ्टी 25,700 के ऊपर बना हुआ है, तब तक 'बाय ऑन डिप्स' की रणनीति सही रहेगी।
शॉर्ट टर्म बुलिश ब्रेकआउट?
HDFC Securities के ही नंदीश शाह के मुताबिक, निफ्टी का 26,058 के ऊपर टिके रहना शॉर्ट टर्म बुलिश ब्रेकआउट की पुष्टि करेगा। ऐसा होने पर इंडेक्स के लिए 26,202 और इसके बाद 26,330 जैसे ऊंचे टारगेट खुल सकते हैं। वहीं गिरावट की स्थिति में 25,900 का लेवल शॉर्ट टर्म सपोर्ट के तौर पर काम कर सकता है।
LKP Securities के रूपक डे का मानना है कि फिलहाल निफ्टी 25,900 से 26,100 की रेंज में ही घूम सकता है। इस रेंज के बाहर कोई भी मजबूत और टिकाऊ मूव आने वाले समय की दिशा तय करेगा।
बैंक निफ्टी का हाल
इस बीच बैंक निफ्टी ने शुरुआती कमजोरी को नजरअंदाज करते हुए धीरे-धीरे रिकवरी दिखाई और दिन का कारोबार 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,462 पर खत्म किया।
SBI Securities के सुदीप शाह के मुताबिक, बैंक निफ्टी के लिए 59,500–59,600 का ज़ोन तुरंत रेजिस्टेंस के तौर पर काम कर सकता है। अगर इंडेक्स इस लेवल के ऊपर टिकता है, तो इसमें 59,900 और इसके बाद 60,200 तक की तेजी देखने को मिल सकती है। वहीं नीचे की तरफ 59,100–59,000 का जोन मजबूत सपोर्ट देने की संभावना रखता है।
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