Nifty Outlook: 15 दिसंबर को कैसी रहेगी निफ्टी की चाल, कौन से लेवल रहेंगे अहम; जानिए एक्सपर्ट से
Nifty Outlook: निफ्टी ने शुक्रवार को जोरदार रिकवरी दिखाई। एक्सपर्ट का मानना है कि अब ट्रेंड दोबारा पॉजिटिव हो गया है। एक्सपर्ट से जानिए कि 15 दिसंबर के लिए अहम सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल क्या हैं।
HDFC Securities के नागराज शेट्टी के मुताबिक निफ्टी का अंडरलाइंग ट्रेंड अभी भी मजबूत है।
Nifty Outlook: शेयर बाजार में शुक्रवार को तेज रिकवरी देखने को मिली। निफ्टी लगातार दूसरे सत्र में बढ़त दर्ज करते हुए 26,000 के ऊपर बंद हुआ। इंडेक्स ने मजबूत ग्लोबल संकेतों के बीच 70 अंकों की गैप-अप ओपनिंग दी। हालांकि, पहले घंटे में मुनाफावसूली दिखी। 10:30 बजे के बाद खरीदारी तेजी से लौटी। निफ्टी दिन के निचले स्तर 25,938 से लगभग 120 अंक उछलकर दिन के उच्च स्तर के पास बंद हुआ। बेंचमार्क 148 अंक बढ़कर 26,047 पर बंद हुआ।
अब सोमवार 15 दिसंबर को निफ्टी की चाल कैसी रहेगी, कौन से लेवल अहम रहेंगे, इसे एक्सपर्ट से समझेंगे। लेकिन, उससे पहले जान लेते हैं कि शुक्रवार को बाजार में क्या खास हुआ था।
निफ्टी ने गिरावट के साथ खत्म किया हफ्ता
निफ्टी में भले ही हफ्ते के अंतिम दो दिनों में मजबूत उछाल दिखा। लेकिन, इंडेक्स ने हफ्ता 0.53% की गिरावट के साथ समाप्त किया। शुक्रवार को दिग्गज शेयरों में Tata Steel, Hindalco और Eternal मजबूत रहे। वहीं, Hindustan Unilever, Max Healthcare और Sun Pharma पर दबाव रहा।
सेक्टर और ब्रॉडर मार्केट का हाल
मार्केट ब्रेड्थ सकारात्मक रही और ज्यादातर सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। केवल Nifty FMCG और Nifty Media इंडेक्स में कमजोरी दिखी। सबसे मजबूत प्रदर्शन Metals, Realty और Consumer Durables इंडेक्स ने किया।
ब्रॉडर मार्केट में भी तेजी का रुख बना रहा। Nifty Midcap 100 1.18% चढ़ा और Nifty Smallcap 100 में 0.95% की बढ़त रही।
रुपया का डॉलर के मुकाबले नया रिकॉर्ड लो
करेन्सी मार्केट में रुपया लगातार तीसरे दिन कमजोर होकर 5 पैसे गिरकर 90.42 प्रति डॉलर के नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ। महंगे ग्लोबल प्रेशियस मेटल्स और इम्पोर्टर्स की डॉलर मांग बढ़ने से गिरावट तेज हुई।
भारत-अमेरिका बातचीत पर बढ़ी उम्मीदें
भारत और अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ता में प्रगति के संकेत मिले हैं। साथ ही, दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच हाल की फोन कॉल ने लंबित मुद्दों को सुलझाने की उम्मीदें बढ़ाई हैं। संभावित ट्रेड डील को लेकर बाजार में सकारात्मकता देखी जा रही है।
Motilal Oswal के सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि बाजार फिलहाल रेंज-बाउंड रह सकता है। वहीं, ब्रॉडर इंडेक्स में बीच-बीच में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। हालांकि उनका मानना है कि भारत-अमेरिका समझौते पर कोई भी ठोस प्रगति बाजार में तेज उछाल का बड़ा ट्रिगर बन सकती है।
निफ्टी पर एक्सपर्ट की क्या राय है?
HDFC Securities के नागराज शेट्टी के मुताबिक निफ्टी का अंडरलाइंग ट्रेंड अभी भी मजबूत है। उनका कहना है कि इंडेक्स ऊपर की ओर 26,300 से 26,400 तक जाने की क्षमता रखता है। वहीं, 25,900 अब तत्काल सपोर्ट बना हुआ है।
पिछले हफ्ते निफ्टी को अपने 50-डे मूविंग एवरेज (25,720) के पास सपोर्ट मिला और इंडेक्स वहीं से तेजी से उछला। टेक्निकल चार्ट्स के मुताबिक यह स्तर आगे भी एक महत्वपूर्ण सपोर्ट जोन के रूप में काम करता रहेगा।
21-DMA के ऊपर टिकना अच्छा संकेत
निफ्टी अब अपने 21-डे मूविंग एवरेज (26,020) के ऊपर ट्रेड कर रहा है। Centrum Broking के नीलेश जैन का कहना है कि अगर निफ्टी 26,000 के ऊपर टिकता है, तो अगले हफ्ते 26,200 से 26,250 तक की शॉर्ट-कवरिंग रैली देखने को मिल सकती है।
HDFC Securities के नंदीश शाह ने कहा कि निफ्टी प्रमुख शॉर्ट-टर्म मूविंग एवरेज के ऊपर मजबूती से बंद हुआ है, जिससे शॉर्ट-टर्म ट्रेंड अब पॉजिटिव हो गया है। उनके मुताबिक ऊपर की ओर पहला रेजिस्टेंस 26,202 पर है, जबकि मुख्य सपोर्ट अब बढ़कर 25,900 पर आ गया है।
SBI Securities के सुदीप शाह का कहना है कि 26,150 से 26,200 का स्विंग-हाई जोन फिलहाल निफ्टी के लिए अहम रेजिस्टेंस की तरह काम करेगा। अगर इंडेक्स 26,200 के ऊपर टिकता है, तो बाजार में आगे 26,350, और उसके बाद 26,500 तक की तेजी देखने को मिल सकती है। नीचे की तरफ, 25,900 से 25,850 का जोन मजबूत सपोर्ट देगा।
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