NIS Management IPO Listing: सिक्योरिटी और फैसिलिटी मैनेजमेंट सर्विसेज मुहैया कराने वाली एनआईएस मैनेजमेंट के शेयरों की आज BSE SME पर सुस्त एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 3 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹111 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹108.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि लिस्टिंग पर उनकी 2.70% पूंजी ही घट गई। आईपीओ निवेशकों को और झटका तब लगा, जब शेयर और नीचे आए। टूटकर यह ₹102.60 (NIS Management Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 7.48% मुनाफे में हैं।
NIS Management IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
एनआईएस मैनेजमेंट का ₹60.01 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 25-28 अगस्त तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 3.13 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 2.12 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 9.15 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.10 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹51.75 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 7.44 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹36.00 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
NIS Management के बारे में
वर्ष 1985 में बनी कोलकाता की एनआईएस मैनेजमेंट सिक्योरिटी और फैसिलिटी मैनेजमेंट के बिजनेस में है। यह मैन्ड गार्डिंग, इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, फैसिलिटी मैनेजमेंट, पेरोल प्रोसेसिंग और हाउसकीपिंग जैसी सर्विसेज मुहैया कराती है। यह रात में पेट्रोलिंग, फायर और सेफ्टी ट्रेनिंग, हेल्प डेस्क ऑपरेशन जैसी सर्विसेज देती है। साथ ही सभी एंप्लॉयीज के मास्टर डेटाबेस की मेंटेनिंग के साथ-साथ अटेंडेंस, छुट्टियों, ओवरटाइम, मंथली रीइंबर्समेंट्स और सैलरी में बदलाव के डेटा की एंट्री जैसी सर्विसेज भी देती है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹16.14 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹18.38 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹18.67 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 8% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹405.33 करोड़ पर पहुंच गई। इस दौरान कंपनी पर कर्ज की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹87.22 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹91.11 करोड़ से यह वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹83.78 करोड़ पर आ गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।