Adani Enterprises के शेयरों की तेजी पर निगरानी खत्म, Adani Group को बड़ी राहत

अदाणी ग्रुप (Adani Group) की मुश्किलें एक-एक करके कम हो रही हैं। अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से इसके शेयरों में बिकवाली का दबाव दिख रहा था लेकिन अब यह संभलता दिख रहा है। इसके अलावा जीक्यूजी ने इसमें भारी निवेश किया है। गोल्डमैन ने भी इसके शेयरों की खरीदारी की है। अब इसके लिए एक और बड़ी राहत की खबर सामने आई है

अपडेटेड Mar 07, 2023 पर 10:32 AM
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अमेरिकी शॉर्ट सेलर Hindenburg Research की रिपोर्ट में Adani Group की कंपनियों पर स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया था। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट 24 जनवरी को जारी हुई थी और उसके बाद से तो अदाणी के शेयरों में भारी बिकवाली होने लगी।
     
     
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    अदाणी ग्रुप (Adani Group) की मुश्किलें एक-एक करके कम हो रही हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) को शॉर्ट-टर्म एडीशनल सर्विलांस फ्रेमवर्क से बाहर निकाल दिया है। एनएसई ने यह राहत 6 मार्च को दी। एनएसई ने पिछले महीने 6 फरवरी को स्टॉक्स में हाई वोलैटिलिटी के चलते अदाणी एंटरप्राइजेज, अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) और अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (Adani Ports and Special Economic Zone) को शॉर्ट टर्म एडीशनल सर्विलांस मेजर (ASM) में डाल दिया था। हालांकि अंबुजा सीमेंट्स और अदाणी पोर्ट्स को इस फ्रेमवर्क से अगले ही हफ्ते 13 फरवरी को निकाल दिया था और अब अदाणी एंटरप्राइजेज भी इससे बाहर हो गया।

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    ASM फ्रेमवर्क क्या है?

    बाजार नियामक सेबी और एक्सचेंज निवेशकों के हितों की सुरक्षा के लिए एडीशनल सर्विलांस मेजर फ्रेमवर्क का इस्तेमाल करते हैं। इसके तहत सेबी और एक्सचेंज मिलकर हाई लो वैरिएशन, क्लाइंट कंसेट्रेशन, मार्केट कैप, वॉल्यूम वैरिएशन, डिलीवरी पर्सेंटेज, यूनिक पैन की संख्या, पीई के क्राइटेरिया पर स्टॉक्स को परखकर रखा जाता है। इसमें जो स्टॉक्स शामिल होता है, उसमें भाव के उतार-चढ़ाव पर लगातार नजर रखी जाती है यानी कि मैनिपुलेशन पकड़ में आ जाएगी और निवेशकों के हितों की रक्षा होगी। इसमें दो कैटेगरी लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म के लिए स्टॉक्स को रखा जाता है।

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    Adani Enterprises क्यों आया था इस फ्रेमवर्क में

    अमेरिकी शॉर्ट सेलर Hindenburg Research की रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप की कंपनियों पर स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया था। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट 24 जनवरी को जारी हुई थी और उसके बाद से तो अदाणी के शेयरों में भारी बिकवाली होने लगी। ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर 25 जनवरी 2023 को 3389.85 रुपये पर थे और अगले ही कारोबारी दिन 27 जनवरी को यह 2762.15 रुपये के भाव पर आ गया। तीन फरवरी 2022 को तो यह एक साल के निचले स्तर 1017.10 रुपये पर आ गया। इस भारी उतार-चढ़ाव के चलते अदाणी एंटरप्राइजेज को एनएसई ने एएसएम फ्रेमवर्क में डाल दिया था। अभी इसके शेयर बीएसई पर 1982.85 रुपये पर हैं।

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