Consolidated Outlook for 2025 : शेयर बाजार में इस साल लगातार नौवें साल पॉजिटिव रिटर्न मिले हैं। लार्ज कैप के मुकाबले मिडकैप और स्मॉल कैप में कहीं बेहतर रिटर्न मिले हैं। अब सवाल ये है कि अगला साल बाजार और इकोनॉमी के लिए कैसा रह सकता है। 2025 के ब्रोकरेज फर्मों के कंसोलीडेटेड आउटलुक पर बात करें तो अधिकांश ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि 2025 में GDP ग्रोथ में सुधार संभव है। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही से रिकवरी की उम्मीद है। कैपेक्स रिवाइवल और ग्रामीण डिमांड में सुधार संभव है।
महंगाई में कमी की उम्मीद, कैपेक्स रिवाइवल की भी संभावना
ब्रोकरेज हाउसेज का मानना है कि 2025 में महंगाई में कमी की उम्मीद है। महंगाई के 4-4.2 फीसदी तक घटने का अनुमान है। इस साल कंजम्प्शन और निवेश को सपोर्ट मिलेगा। 2025 में कैपेक्स रिवाइवल की भी संभवना है। सरकारी और निजी सेक्टर से ज्यादा खर्च किए जाने की उम्मीद है। साथ ही इन्वेस्टमेंट प्रक्रिया में मजबूती संभव है। ब्रोकरेजेज को निर्यात में बढ़ोतरी की उम्मीद है। निर्यात में अगले 5 सालों में 19 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान है।
बढ़ सकते हैं प्राइवेट कैपेक्स
ब्रोकरेजेज का मानना है कि नए साल में प्राइवेट प्रोजेक्ट्स के लिए बैंक अप्रूवल बढ़ रहा है। ये अप्रूवल 20 फीसदी CAGR से बढ़ रहे हैं। इसे आगे निवेश में जबरदस्त बढ़ोतरी के संकेत मिल रहे हैं।
शेयर बाजार में सुधार संभव
ब्रोकरेज हाउसों का मानना है कि वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में कमाई बढ़ने और बाजार में रिकवरी की उम्मीद है। बाजार पर वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में हुए कंसोलीडेशन का असर देखने को मिलेगा। वित्त वर्ष 2025 और 2027 के बीच सालाना 16 फीसदी आय ग्रोथ का अनुमान है। नए साल में बाजार को BFSI, IT, इंडस्ट्रियल और कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी सेक्टर से सपोर्ट संभव है। ब्रोकरेज का मानना है की कैलेंडर ईयर के अंत तक निफ्टी में 26,300 से 26,600 तक का स्तर देखने को मिल सकता है।
सेक्टर के आधार पर कैसा रह सकता है प्रदर्शन
BFSI में मजबूत क्रेडिट मेट्रिक्स और रेट कट से मुनाफे में सुधार संभव है। IT में US टेक स्पेंडिंग बढ़ने और पॉलिसी सपोर्ट से रिकवरी संभव है। कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी में ग्रामीण मांग और वेडिंग सीजन का फायदा संभव है। कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी मेंऑर्गेनाइज्ड रिटेल ग्रोथ का फायदा मिलने की संभवना है। इंडस्ट्रियल्स को इंफ्रास्ट्रक्चर और मैन्युफैक्चरिंग कैपेक्स से सपोर्ट मिल सकता है। रियल्टी में कई सालों से तेजी है। वॉल्यूम ग्रोथ में 10 फीसदी CAGR का अनुमान। वहीं, हेल्थकेयर में डिफेंसिव डिमांड के कारण स्टेबल ग्रोथ संभव है।
ब्रोकरेज हाउसों का कहना है कि BFSI,IT, हेल्थकेयर,कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी,इंडस्ट्रियल्स और रियल्टी सेक्टर 2025 में ओवरवेट रह सकते हैं। वहीं, मेटल्स, एनर्जी, ऑटोमोबाइल्स, मिडकैप IT, कंज्यूमर स्टेपल्स सेक्टर अंडरवेट रह सकते हैं।
BFSI सेक्टर में ब्रोकरेज हाउसों के टॉप पिक में ICICI बैंक, SBI और HDFC बैंक शामिल हैं। IT में ब्रोकरेज हाउसों को इंफोसिस और HCL टेक पसंद हैं। वहीं, इंडस्ट्रियल में L&T और BHEL ब्रोकरेजेज की टॉप पिक में शामिल हैं। रियल्टी में गोदरेज प्रॉपर्टीज और लेमन ट्री पर ब्रोकरेज का नजरिया बुलिश है। वहीं, हेल्थ केयर में सन फार्म और ऑरो फार्मा पर दांव लगाने की सलाह है। कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी में पॉलीकैब और जोमैटो ब्रोकरेज हाउसों की टॉप पिक हैं। जबकि एनर्जी और कमोडिटीज में टाटा पावर और कोल इंडिया पर ब्रोकरेज हाउसों की नजर है।
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