बिग मार्केट वॉयस में आज बाजार की आगे की दशा और दिशा पर बात करने के लिए सीएनबीसी-आवाज के साथ हैं मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल (Motilal Oswal Financial) के इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के एमडी और सीईओ रजत राजगढ़िया। इन्होंने आवाज़ के साथ मौजूदा बाजार में निवेशक निवेश करें या नहीं ? लंबे समय के लिए कहां दांव लगाएं और बाजार में कमाई की स्ट्रैटेजी क्या होनी चाहिए? इन मुद्दों पर एक लंबी बातचीत की। यहां हम आपके लिए इस बातचीत का संपादित अंश दे रहे हैं।
गौरतलब है कि रजत राजगढ़िया ने MOFSL परिवार के ब्रोकिंग बिजनेस से अपने करियर की शुरुआत की। रजत इंडिया इंफोलाइन के साथ भी काम कर चुके हैं। ये रिसर्च एनालिस्ट के तौर पर 2001 में मोतीलाल ओसवाल से जुड़े। यहां ये इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज बिजनेस को देखते हैं है।
बाजार पर अपनी राय साझा करते हुए रजत राजगढ़िया ने कहा कि चुनाव नतीजों के बाद बाजार में बड़ी तेजी आई है। इस साल अब तक निफ्टी ने करीब 16 फीसदी रिटर्न दिया है। बाजार में बीच-बीच में करेक्शन आते रहेंगे, लेकिन ओवरऑल ट्रेंड तेजी का ही है। अगले साल चुनाव और रेट कट जैसे बड़े इवेंट हैं। बाजार की इन पर नजरें रहेगीं। बाजार की दिशा तय करने में इनकी बड़ी भूमिका होगी। हर दिन बाजार में नेट फ्लो आ रहा है, इस आगे तेजी बढ़ेगी।
भारतीय बाजार का वैल्युएशन आकर्षक
इस बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि इस समय निवेशकों को हर स्तर पर पैसा लगाना चाहिए। बड़ी तेजी के बाद कल छोटा करेक्शन दिखा था। मार्केट के वैल्यूएशन पर अपनी राय देते हुए रजत ने कहा कि निफ्टी 19-20 PE के करीब है, ये ना तो बहुत सस्ता है और ना बहुत महंगा। भारतीय बाजार का वैल्युएशन आकर्षक है। उन्होंने कहा कि बैंकिंग सेक्टर में हर स्तर पर पैसा लगाना चाहिए। ट्रैवल और टूरिज्म का बाजार बढ़ रहा है। ट्रैवल और टूरिज्म में आगे अच्छी ग्रोथ दिखेगी। ऐसे में इस सेक्टर के शेयरों में भी पैसे लगाने की सलाह होगी।
मजबूत नतीजों वाली कंपनियों पर फोकस
रजत राजगढ़िया ने बताया कि वे मजबूत नतीजों वाली कंपनियों पर फोकस कर रहे हैं। इंफ्रा और रेलवे स्पेस में आगे काफी काम होगा। इंफ्रा और रेलवे शेयरों में निवेश की सलाह होगी। उन्होंने आगे कहा कि इस समय लार्जकैप में मिडकैप के मुकाबले ज्यादा वैल्यू दिख रही है। हालांकि मिडकैप के कुछ पॉकेट में अब भी वैल्यू है। हेल्थकेयर और पैथलैब में कंपीटीशन ज्यादा है। हॉस्पिटल और डायग्नोस्टिक के प्रदर्शन अंतर रहा है। डायग्नोस्टिक से अच्छा प्रदर्शन हॉस्पिटल का रहा है।
ऑटो में रोटेशन के जरिए बन सकते हैं पैसा
रजत की राय है कि ऑटो में रोटेशन के जरिए पैसा बनाया जा सकता है। वहीं, टेक कंपनियों को लेकर सेलेक्टिव होने की जरुरत है। आगे इंडिया थीम वाली कंपनियों में ज्यादा ग्रोथ की उम्मीद नजर आ रही है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।