Pakistan Stock Market: भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का असर बुधवार 7 मई को पाकिस्तान शेयर बाजार पर भी देखने को मिला। पाकिस्तान का शेयर बाजार शुरुआती कारोबार में ही क्रैश कर गया। कराची स्टॉक एक्सचेंज का सबसे प्रमुख इंडेक्स, KSE-100 शुरुआती 6,272 अंक या करीब 5.5 फीसदी टूटकर 107,296.64 के स्तर पर पहुंच गया। इससे पहले मंगलवार को KSE-100 इंडेक्स 113,568.51 पर बंद हुआ।
भारत ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर जवाबी हमले किए, इनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना शामिल है। इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम दिया गया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई थे।
पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले के बाद से KSE-100 इंडेक्स अब तक 9,930 अंक टूट चुका है। वहीं दूसरी ओर भारत के सेंसेक्स इंडेक्स में इस दौरान लगभग 1.5 प्रतिशत की तेजी आई है।
अप्रैल से अब तक 6% से अधिक की गिरावट
इससे पहले अप्रैल महीने के दौरान KSE-100 इंडेक्स में 6% से अधिक की गिरावट आई, जो अगस्त 2023 के बाद किसी एक महीने में आई सबसे अधिक गिरावट आई थी। इस साल अब तक कराची स्टॉक इंडेक्स 1.1% नीचे आ चुका है, जबकि पिछले साल 2024 में इसमें 86% की तेजी देखी गई थी। यह पाकिस्तान के शेयर बाजार में पिछले 22 सालों में आई सबसे अधिक उछाल थी, जिसके चलते ग्लोबल निवेशकों की रुचि बढ़ी थी।
निवेशकों में दहशत, विदेशी निवेश पर संकट
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव विदेशी और घरेलू निवेशकों में भारी बेचैनी और घबराहट पैदा कर रहा है। कई बड़ी ग्लोबल एसेट मैनेजमेंट कंपनियों, जैसे BlackRock और Eaton Vance ने हाल के महीनों में पाकिस्तान के शेयर बाजार में अपना निवेश बढ़ाया था, लेकिन मौजूदा हालात ने इस भरोसे को हिला दिया है।
वहीं दूसरी ओर, भारत के शेयर बाजारों में बुधवार को अपेक्षाकृत स्थिरता दिखाई। एनालिस्ट्स का मानना है कि भारत की जवाबी कार्रवाई सीमित और गैर-उकसावे वाली थी, जिस कारण घरेलू बाजारों पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा।
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