PDP Shipping IPO Listing: लॉजिस्टिक्स सर्विसेज मुहैया कराने वाली पीडीपी शिपिंग के शेयरों की आज बीएसई एसएमई प्लेटफॉर्म पर फीकी एंट्री हुई। 20 फीसदी डिस्काउंट पर लिस्ट होने के बाद शेयर और नीचे आए। इसके आईपीओ को ओवरऑल 1.01 गुना बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 135 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी 108.25 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि उनकी पूंजी ही 19.81 फीसदी घट गई। लिस्टिंग के बाद और झटका तब लगा, जब शेयर रिकवर होने की बजाय और टूट गए। टूटकर यह 102.85 रुपये (PDP Shipping Share Price) पर आ गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 23.81 फीसदी घाटे में हैं।
PDP Shipping IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
पीडीपी शिपिंग का ₹12.65 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 10-12 मार्च तक खुला था। खुदरा निवेशकों के दम पर यह आईपीओ ओवरऑल 1.01 गुना सब्सक्राइब हुआ था। खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित आधा हिस्सा 1.88 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 9.37 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से 10 करोड़ रुपये लॉन्ग-टर्म वर्किंग कैपिटल और बाकी आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में खर्च होंगे।
वर्ष 2009 में बनी पीडीपी शिपिंग एंड प्रोजेक्ट्स एंड-टू-एंड लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। यह एसेट-लाइट मॉडल पर काम करती है और मशीनरी, डिफेंस इक्विपमेंट और ऑटोमोबाइल्स को ब्राजील, अमेरिका और दक्षिण कोरिया जैसे देशों को भी भेजती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे 1.91 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में गिरकर 1.68 करोड़ रुपये पर आ गया। फिर स्थिति सुधरी और वित्त वर्ष 2024 में मुनाफा तेजी से उछलकर 2.31 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू लगातार गिरता रहा। वित्त वर्ष 2022 में इसे 28.73 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2023 में 22.6 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 20.58 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल-नवंबर 2024 में इसे 1.57 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 13.78 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।