आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) शेयरों में जबरदस्त तेजी के बाद अब बुलबुले के फूटने की आशंकाएं बढ़ती दिख रही हैं। इसी बीच बड़ी खबर आई है कि अमेरिकी अरबपति और टेक निवेशक पीटर थिल (Peter Thiel) की हेज फंड कंपनी Thiel Macro LLC ने सितंबर तिमाही के दौरान एनवीडिया (Nvidia) में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी।
थिल मैक्रो ने अपने पास मौजूद एनवीडिया के सभी 5,37,742 शेयर बेच दिए हैं। इनकी कीमत 30 सितंबर के बंद भाव के हिसाब से करीब 100 मिलियन डॉलर (लगभग 830 करोड़ रुपये) बैठती है। इस बिकवाली के बाद थिल मैक्रो का अब सबसे बड़ा दांव एपल, माइक्रोसॉफ्ट और टेस्ला के शेयरों पर है।
AI बुलबुले को लेकर बढ़ती चिंता
दिग्गज हेज फंड मैनेजर माइकल बरी (Michael Burry) भी एनवीडिया और पलनटिर जैसी AI कंपनियों के खिलाफ दांव लगा चुके हैं। उन्होंने हाल ही में एक पोस्ट में लिखा था, "कभी-कभी हम बुलबुले देखते हैं।" माइकल बरी को साल 2008 के हाउसिंग क्रैश की सटीक पहचान करने के लिए जाना जाता है, जिसके बाद में ग्लोबल मंदी का रुप ले लिया था।
SoftBank भी Nvidia से बाहर निकली
जापान की दिग्गज इनवेस्टमेंट फर्म सॉफ्टबैंक ग्रुप (SoftBank Group) ने भी अक्टूबर में एनवीडिया में में अपनी हिस्सेदारी करीब 5.83 अरब डॉलर में बेच दी। यह फंड अन्य AI निवेशों के लिए फंड जुटाने में इस्तेमाल किया गया।
हालांकि पीटर थिल, AI को लेकर कभी भी सॉफ्टबैंक के फाउंडर मासायोशी सन जितने बुलिश नहीं रहे हैं। लेकिन दोनों ही निवेशकों ने एनवीडिया के 5 ट्रिलियन डॉलर के वैल्यूएशन लेवल के आसपास अपने दांव बेचे हैं।
हालांकि बाकी फेड फंड्स की राय मिलीजुली दिख रही है। सितंबर महीने के दौरान, 909 हेज फंड्स में से 161 ने Nvidia में निवेश बढ़ाया। वहीं 160 फर्मों ने निवेश घटाया। यानी बाजार की राय फिलहाल इस शेयर को लेर बंटी हुई है। AI कंपनियां अभी भी जोरदार फंड जुटा रही हैं, तेज़ी से पैसा खर्च कर रही हैं, लेकिन उनका स्पष्ट मोनेटाइजेशन मॉडल उतना मजबूत नहीं दिख रहा।
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