पिछले दो हफ्तों में कुछ ट्रेडर्स ने ट्विटर (अब X) पर ऐसे ब्रोकर्स की शिकायत की है, जो ट्रेडर्स को अपने ट्रेडिंग टर्मिनल्स के इस्तेमाल की इजाजत देकर अवैध प्रॉपरायटरी डेस्क चला रहे हैं। प्रॉपरायटरी स्टॉक ब्रोकर्स शेयर्स/डेरिवेटिव्स खरीदने और बेचने के लिए खुद की पूंजी का इस्तेमाल करते हैं। मनीकंट्रोल ने ऐसे दो ट्रेडर्स से बात की, जिन्होंने प्रॉपरायटरी ब्रोकिंग फर्मों के जरिए इक्विटी डेरिवेटिव्स में ट्रेडिंग की थी। मार्केट में उन्हें प्रॉप ट्रेडिंग फर्म कहा जाता है।