हालिया तेजी के बावजूद पीएसयू स्टॉक कम वैल्यूशन पर कारोबार कर रहे हैं। सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों के बिजनेस मॉडल में बदलाव के बाद ये काफी बेहतर हुई हैं और इनके कारोबार में विस्तार हो रहा है। ये बातें एनाम होल्डिंग्स (Enam Holdings) के इन्वेस्टमेंट डायरेक्टर श्रीधर शिवराम ने CNBC-TV18 के साथ हुई एक बातचीत में कही हैं। इस बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि पिछले तीन सालों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला सेक्टर पीएसयू ही रहा है। इस अवधि में पीएसयू सेक्टर ने सालाना आधार पर 50 फीसदी रिटर्न दिया है।
पीएसयू बैंक भी इस अवधि में 50 फीसदी सालाना रिटर्न देते दिखे हैं। कुछ पीएसयू बैंक तो अभी भी 5 पी/ई, 6 पी/ई पर कारोबार कर रहे हैं। इन शेयरों में यहां से अभी भी दोगुना होने की उम्मीद दिख रही है। इनके वैल्यूएशन अभी भी सस्ते नजर आ रहे हैं।
बीएसई पीएसयू इंडेक्स इस साल 43 फीसदी चढ़ा है। ये इंडेक्स वर्तमान में 9.12 के पीई (प्राइस टू अर्निंग) पर कारोबार कर रहा है। इन कंपनियों का गवर्नेंस और कारोबारी मॉडल बदल गया है। अब उन पर मुनाफे में आने के लिए सरकार की तरफ से कोई दबाव नहीं है। उन्होंने कहा, "कुछ पॉकेट्स को छोड़कर जहां उनके अपने मुद्दे हैं, पूरा पीएसयू बास्केट देखने लायक है।"
उन्होंने आगे कहा जमाना बीत चुका है अब हाई पीई स्टॉक की जगह वैल्यू स्टॉक ने ले ली है और वैल्यू स्टॉक ने रिटर्न देना शुरू कर दिया है। हर दशक में एक खास बात होती है। अगर पिछले दशक पर नजर डालें तो पता चलता है कि उस समय हाई ग्रोथ और हाई पीई स्टॉक्स का जमाना था। यह इस सीमा तक बढ़ा पीई का सिर्फ पी (प्राइस) रह गया और ई (अर्निंग) किसी समय गायब हो गया। लेकिन अब फिर से बदलाव आया है। 2021 के बाद बहुत कुछ बदला और बाजार वैल्यू की ओर बढ़ गया है। सौभाग्य से इन वैल्यू शेयरों ने अब कमाई करवाना शुरू कर दिया है।
प्राइवेट बैंकों पर बुलिश नजरिया
शिवराम ने कहा कि हालिया गिरावट के बाद निजी बैंक भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा “हम निजी बैंकों को लेकर बुलिश हैं। ब्याज दरों में बढ़त और जमा लागत बढ़ने के कारण इनको परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके कारण उनके सामने कुछ चुनौतियां थीं। आरबीआई तरलता को भी सख्त कर रहा है”।
कुछ निजी बैंकों ने कई सालों तक इन जोखिमों का अच्छी तरह से प्रबंधन किया है। उनके खराब प्रदर्शन के पीछे यही वजहें थी। लेकिन जब विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) वापस आएंगे (जिससे शुरुआती संकेत मिल भी रहे हैं) तो प्राइवेट बैंक शेयर जोरदार तेजी पकड़ते दिखेंगे।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।