Pushpa Jewellers IPO Listing: 22 कैरट के हल्के वजन के ज्वैलरी बनाने वाली पुष्पा ज्वैलर्स के शेयरों की आज NSE SME पर भारी डिस्काउंट पर एंट्री हुई। इसके बाद शेयर उछलकर अपर सर्किट पर पहुंचे तो लेकर आईपीओ निवेशक अब भी तगड़े घाटे में हैं। खुदरा निवेशकों के दम पर इसके आईपीओ को ओवरऑल 2 गुना से अधिक बोली मिली थी। खुदरा निवेशकों का आरक्षित हिस्सा 3 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत ₹147 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी ₹112.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि लिस्टिंग पर ही 23.81% का घाटा हो गया। लिस्टिंग के बाद शेयर ऊपर चढ़े। उछलकर यह ₹117.60 (Pushpa Jewellers Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 20% घाटे में हैं।
Pushpa Jewellers IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
पुष्पा ज्वैलर्स का ₹98.65 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 30 जून से 2 जुलाई तक खुला था। यह आईपीओ ओवरऑल 2.46 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.18 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 2.51 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 3.71 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत नए शेयर जारी हुए हैं और ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले ₹19.71 करोड़ के 13.41 लाख शेयरों की बिक्री हुई है। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसे वर्किंग कैपिटल एक्सपेंसेज, नया शोरूम खोलने और इसके कैपिटल एक्सपेंडिचर, आईपीओ से जुड़े खर्चों और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Pushpa Jewellers के बारे में
जून 2009 में बनी पुष्पा ज्वैलर्स 22कैरट के हल्के वजन वाले गोल्ड के गहने बनाती है। यह हार, अंगूठी, झुमके, चूड़ियां, कंगन, पेंडेंट, मंगल सूत्र और कड़ा बनाती है। इसका कारोबार भारत में फैला हुआ है और साथ में यह दुबई, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया को भी ज्वैलरी का निर्यात करती है। इसकी तीन ब्रांच हैदराबाद, बंगलुरु और चेन्नई में हैं जो ऑफिस और शोरूम के रूप में काम करती हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹8.14 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹13.58 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹22.29 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 30% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹281.27 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।