RailTel Shares: रेलटेल के शेयरों में खरीदारी का इतना तगड़ा रुझान दिखा कि इंट्रा-डे में यह 13 फीसदी से अधिक ऊपर चढ़ गया। इसके शेयरों में यह तेजी इस बात पर आई कि मार्च 2025 तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू और नेट प्रॉफिट कई तिमाहियों के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। इसके चलते इक्विटी मार्केट का कारोबार शुरू होने के बाद निवेशक धड़ाधड़ शेयरों की खरीदारी करने लगे और भाव ऊपर चढ़ते गए। इस तेजी का कुछ निवेशकों ने फटाफट फायदा भी उठाया लेकिन अब भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। आज बीएसई पर यह 6.60 फीसदी की बढ़त के साथ 315.80 रुपये पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 13.52 फीसदी उछलकर 336.30 रुपये के भाव तक पहुंच गया था।
RailTel के तिमाही नतीजे की खास बातें
मार्च तिमाही में रेलवे पीएसयू रेलटेल का रेवेन्यू सालाना आधार पर 57% बढ़कर ₹1,308 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान ऑपरेटिंग प्रॉफिट भी 54% उछलकर ₹179.63 करोड़ पर पहुंच गया लेकिन मार्जिन 14% से सिकुड़कर 13.7% पर आ गया। मार्जिन में गिरावट खर्चों में 86% के उछाल के चलते आई। नेट प्रॉफिट की बात करें तो पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की आखिरी तिमाही में यह 46% उछलकर ₹113.45 करोड़ पर पहुंच गया। वहीं प्रोजेक्ट वर्क सर्विसेज वर्टिकल का रेवेन्यू इस दौरान करीब दोगुना उछलकर ₹949.53 करोड़ और टेलीकॉम सर्विसेज रेवेन्यू 7% बढ़कर ₹358.75 करोड़ पर पहुंच गया।
एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?
रेलटेल के शेयर पिछले साल 12 जुलाई 2024 को 618.00 रुपये पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई लेवल है। शेयरों की यह तेजी यहीं थम गई और इस हाई लेवल से करीब 8 महीने में यह 57 फीसदी से अधिक फिसलकर 3 मार्च 2025 को 265.30 रुपये के भाव पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। निचले स्तर पर शेयर संभले और खरीदारी के दम पर 19 फीसदी रिकवर हुए लेकिन अब भी एक साल के हाई से यह करीब 49 फीसदी डाउनसाइड है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।